• कड़ी सुरक्षा के बीच एआईपीएमटी परीक्षा संपन्न

    नोएडा । ऑल इंडिया प्री मेडिकल, प्री-डेंटल टेस्ट(एआईपीएमटी)की परीक्षा कड़ी निगरानी के बीच शनिवार को आयोजित की गई। इस परीक्षा के लिए सीबीएसई ने ड्रेस कोड से संबंधित कड़े नियम लगाए हैं।...

    कान की बाली व जूते तक उतार कर दी छात्र-छात्राओं ने परीक्षा नोएडा । ऑल इंडिया प्री मेडिकल, प्री-डेंटल टेस्ट(एआईपीएमटी)की परीक्षा कड़ी निगरानी के बीच शनिवार को आयोजित की गई। इस परीक्षा के लिए सीबीएसई ने ड्रेस कोड से संबंधित कड़े नियम लगाए हैं। परीक्षा में गए छात्रों को परीक्षा में बैठने, रबर और पेन तक ले जाने की इजाजत नहीं दी गई। छात्रों की परीक्षा केन्द्र पर सीबीएसई की ओर से पेन दिया गया। डीएवी सरला पब्लिक स्कूल परीक्षा केंद्र में जाने के पहले गाइड-लाइन के मुताबिक़ छात्रों की कड़ाई से चेकिंग की गई। परीक्षा में कड़ाई का आलम यह था कि बड़े बटन के शर्त या कुर्ता पहनकर आने वाले छात्रों को कपड़े बदलकर आने को कहा तो कई लड़कियों को परीक्षा केंद्र में जाने के पहले कान की बालियां भी खोलनी पड़ीं। छात्रों के साथ आए कुछ परिजन परेशान हुए तो कुछ ने की सराहना की। बता दें कि बोर्ड की नई व्यवस्था के चलते जहां कुछ पालक परेशान नजऱ आए तो कुछ ने इसकी सराहना भी की।   पहली बार हुई ऐसी सख्ती कोर्ट के आदेश पर सीबीएसई ने परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी रोकने के लिए कड़ी व्यवस्था की थी। सीबीएसई की गाइड-लाइन के तहत परीक्षा केंद्र के मुख्य दरवाजे पर ही विद्यार्थियों की चेकिंग की जा रही थी। छात्रों अपने साथ प्रवेश पत्र के अलावा और कोई भी सामान अंदर नहीं ले जा सकते थे। सीबीएसई ने इस बारे में पहले ही सूचना दे दी थी। इसका उल्लंघन करने वाले छात्र को गार्ड ने मेन गेट पर ही रोक दिया। कुछ छात्रों ने मौके पर ही अपनी बालियां व बंद जूते सख्ती के पीछे ये रहा कारण 3 मई 2015 को हुई एआईपीएमटी में हाई टेक नकल का मामला उजागर हुआ था। रोहतक पुलिस ने आरोपियों से मोबाइलए माइक्रोचिप लगे अंडरगारमेंट जब्त किए थे। मोबाइल में पेपर की आन्सर की मिली थी, जो वॉट्सअप से भेजी गई थी। इसके बाद 15 जून को सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा रद्द कर दोबारा कराने के आदेश दिए थे। दोबारा टेस्ट कराने में सीबीएसई को 38 करोड़ रुपए का खर्च आ रहा है। सीबीएसई के अफसरों का कहना है कि री.टेस्ट में नकल का कोई मौका नहीं देना चाहते। इसी वजह से जैमर आदि की व्यवस्था की गई है।   इन चीजों पर था प्रतिबंध डीएवी स्कूल की अध्यापिका ने बताया कि परीक्षा केंद्र में कई तरह की वस्तुएं ले जाने पर प्रतिबंध लगाया गया था।  इसमें स्कार्फ  और फुल स्लीव की शर्टए टी-शर्ट, बंद जूत, पर्स, कंगन, झुमका, नाक की कील, अंगूठी, किसी भी तरह का लॉकेट, वहीं मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, माइक्रोफोन आदि बैन रहे। उन्होंने बताया कि कलम, पेंसिल, रबर, शार्पनर, ज्योमेट्री बॉक्स, पेंसिल, रबर जैसी चीजें परीक्षा हॉल में ही मुहैया कराई गई। आसान रही परीक्षा सेक्टर 24 स्थित केन्द्रीय विद्यालय में परीक्षा देने आए सेक्टर 61 की एक छात्रा ने बताया कि परीक्षा का प्रश्न पत्र आसान था। परीक्षा में पूछे गए सवाल पाठ्यक्रम से ही आए थे। वहीं कुछ लोगों ने कहा परीक्षा में सख्ती जरूर थी लेकिन पहले से आसान।


     

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