नोएडा । शहर के स्कूल, कालेज और नर्सिंग होम की मनमानी पर जल्द अंकुश लगेगा। अब नोएडा प्राधिकरण द्वारा जिन भी स्कूल, कॉलेज व अस्पताल और नर्सिग होम को जमीन का आवंटन किया गया है, वे सभी अपनी लीज डीड की शर्तों की जानकारी लोगों को उपलब्ध करानी होगी। इसके लिए सभी संस्थानों को अपने परिसर के बाहर बोर्ड लगाना होगा और लीज डीड में शामिल किसानों और नोएडा के स्थानीय लोगों से संबंधित बिंदुओं को लिखना होगा। यह निर्णय शुक्रवार को प्राधिकरण चेयरमैन रमा रमण द्वारा सपा के नेतृत्व में किसानों के साथ हुई बैठक में लिया गया। बैठक में किसानों ने मांग की थी कि नोएडा में जिन स्कूल व कॉलेजों को जमीन का आवंटन किया गया है, वहां स्थानीय निवासियों और विशेष रूप से किसानों को कोई सुविधा नहीं दी जाती है। कोटा निर्धारित होने के बाद भी उनके बच्चों को स्कूल व कॉलेजों में प्रवेश नहीं दिया जाता है। यही हाल नर्सिग होम व अस्पतालों का भी है। यहां भी किसानों को इलाज में छूट का प्रावधान है, लेकिन किसी भी अस्पताल में किसी भी स्थानीय किसान को नि:शुल्क या छूट के साथ इलाज नहीं मिल पा रहा है। इस मामले में प्राधिकरण से हस्तक्षेप करते हुए स्कूल, कॉलेज, नर्सिंग होम व अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। बैठक में प्राधिकरण के चेयरमैन व मुख्य कार्यपालक अधिकारी रमा रमण ने बताया कि लीज डीड की शर्तों के अनुसार जिस भी संस्थान द्वारा किसान और स्थानीय लोगों से संबंधित जो भी बिंदु हैं, वे सभी उन्हें परिसर के बाहर बोर्ड पर लिखने होंगे जिससे जन सामान्य को जानकारी मिल सके कि उन्हें कहां और कितना छूट या लाभ मिल सकता है। बैठक में मांग की गई कि कृषक श्रेणी की आवासीय योजना में भूखंड की आवंटन दर वर्ष 2011 की लागू की जाए। योजना का ड्रा 2015 में होने के कारण इसे लागू करने में अधिकारियों ने असमर्थता जताई और स्पष्ट किया कि जिस समय योजना का ड्रा होगा, उस समय जो आवंटन दर होगी, उसके हिसाब से आवंटियों को पैसा जमा करना पड़ेगा। इसके अलावा बैठक में किसानों को पांच प्रतिशत आबादी के भूखंड दिए जाने और बैक लीज के बारे में भी चर्चा की गई। बैठक में महानगर अध्यक्ष राकेश यादव, राघवेंद्र दूबे, सुनील चौधरी, अशोक चौहान, बीर सिंह यादव, सूबे यादव, ओमपाल राणा, राजेश अवाना, संजय गोयल, सुभाष भाटी, बबलू चौहान, ओमवीर गुर्जर, मुन्ना आलम, ठाकुर श्याम सिंह, सोनू चौधरी, अजब सिंह यादव, अमर शर्मा, शिवराम यादव, देवेंद्र गुर्जर, वीरपाल अवाना आदि शामिल रहे।