• केजरीवाल के चहेतों को भारी भरकम वेतन, घर व कार

    नई दिल्ली ! सादगी और पारंपरिक राजनीतिक दलों के मुकाबले शुचिता की राजनीति करने के वादे से सत्ता में काबिज हुई आम आदमी पार्टी की सरकार ने अब बताया है कि उसने दो दर्जन से अधिक लेागों को नौकरी पर रखा है। इसमें कई लोगों को जहां डेढ़ लाख, एक लाख रुपए से अधिक की तनख्वाह दी जा रही है तो वहीं कई को सरकारी बंगला (घर) भी दिया गया है। ...

    नई दिल्ली !   सादगी और पारंपरिक राजनीतिक दलों के मुकाबले शुचिता की राजनीति करने के वादे से सत्ता में काबिज हुई आम आदमी पार्टी की सरकार ने अब बताया है कि उसने दो दर्जन से अधिक लेागों को नौकरी पर रखा है। इसमें कई लोगों को जहां डेढ़ लाख, एक लाख रुपए से अधिक की तनख्वाह दी जा रही है तो वहीं कई को सरकारी बंगला (घर) भी दिया गया है। दफ्तर, फ्री टेलीफोन भी इन आप कार्यकर्ताओं को दिए गए हैं यहां तक कि डिग्री, लाइसेंस बाद में लेने की शर्त पर ही नौकरी दे दी गई। हालांकि दो सलाहकार ऐसे भी हैं जो एक रुपए प्रति माह पर काम कर रहे है। पूर्व की कांग्रेस सरकार को भारी भरकम खर्चों पर घेरने वाली आप सरकार के कार्यकर्ताओं को नौकरी का चिठ्टïा देशबन्धु ने पहले खोला था तो वहीं अब भाजपा विधायक ओपी शर्मा के प्रश्न के जवाब में सरकार ने कहा कि इन सदस्यों को सरकार के साथ को-टर्मिनस स्टाफ के तौर पर नियुक्त किया गया है। सरकार ने अपने जवाब में कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार और मुख्यमंत्री की संयुक्त सचिव अश्वती मुरलीधरन को घर आवंटित किये गये हैं। सरकार ने यह भी बताया कि इन लोगों का वेतन वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों के वेतनमान के अनुरुप है। इस तरह के 17 को-टर्मिनस स्टाफ के अलावा संविदा पर आठ कर्मियों को नियुक्त किया गया है और उन्हें 60 हजार रुपये से 1.15 लाख रुपए तक मिलते हैं। दो सलाहकार हैं जो एक रुपए प्रति महीने के वेतन पर काम करते हैं। जिन लोगों पर अरविंद केजरीवाल की कृपा हुई हैं उनमें मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार, आशीष तलवार को वेतन 1.15 लाख रूपए, गाड़ी और ऑफिस भी मिला है। वहीं मीडिया सलाहकार नागेंद्र शर्मा को भी 1.15 लाख रूपए का पैकेज कार और ऑफिस के साथ मिला है। इसके अलावा अमरदीप तिवारी, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के मीडिया सलाहकार अरुणोदय प्रकाश के वेतन भी 60-60 हजार रुपये हैं। जबकि केजरीवाल ने दो ड्राइवरों की पात्रता के लिए मोटर लाइसेंस व दसवीं का प्रमाण पत्र एक वर्ष में प्राप्त करने की शर्त पर ही नौकरी दे दी। इसी प्रकार एक क्लर्क को टाइपिंग की योग्यता एक वर्ष में प्राप्त करने की शर्त पर दे दी और इसी तरह दो चपरासियों को भी दसवीं बाद में करने की शर्त पर नौकरी दी गई है।


     

अपनी राय दें