• गुर्जर समुदाय राजस्थान सरकार से वार्ता को तैयार

    जयपुर ! सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर पिछले कुछ दिनों से रेल की पटरियों पर बैठकर धरना दे रहे राजस्थान के गुर्जर समुदाय के लोग मंगलवार को कुछ नरम पड़े और जयपुर में राज्य सरकार के साथ बातचीत करने के लिए भी तैयार हो गए हैं। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रवक्ता हिम्मत सिंह ने आईएएनएस से कहा, "हम राज्य सरकार से बातचीत करने जा रहे हैं...

    जयपुर !   सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर पिछले कुछ दिनों से रेल की पटरियों पर बैठकर धरना दे रहे राजस्थान के गुर्जर समुदाय के लोग मंगलवार को कुछ नरम पड़े और जयपुर में राज्य सरकार के साथ बातचीत करने के लिए भी तैयार हो गए हैं। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रवक्ता हिम्मत सिंह ने आईएएनएस से कहा, "हम राज्य सरकार से बातचीत करने जा रहे हैं और इसी के लिए 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को भेज रहे हैं। मंगलवार रात अथवा कल सुबह (बुधवार) को बातचीत होने की संभावना है।"पूर्व में गुर्जर जयपुर में बातचीत के लिए तैयार नहीं थे। वे इस बात पर अड़े हुए थे कि अगर सरकार के प्रतिनिधि बयाना शहर आएंगे तो ही बातचीत होगी। बयाना भरतपुर जिले में स्थित एक शहर है, जिससे कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर गुर्जर आरक्षण के की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं।राज्य सरकार ने सोमवार की शाम प्रदर्शनकारियों को एक पत्र भेजा था जिसमें कहा था कि सरकार गुर्जरों से जयपुर में बातचीत करने के लिए तैयार है जो कि उनके लिए भी सुविधाजनक है। जिसके बाद उन्होंने जयपुर में बातचीत करने का फैसला लिया।इससे पहले मंगलवार को छठवें दिन भी गुर्जरों ने रेल की पटरियों पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया। इससे दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग सहित कई अन्य मार्गो पर भी रेल यातायात प्रभावित हुआ।जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग समेत राज्य के विभिन्न इलाकों में गुर्जरों ने सड़क यातायात जाम कर दिया।गुर्जर एसबीसी (विशेष पिछड़ा वर्ग) श्रेणी के तहत आरक्षण की मांग कर रहे हैं और वह भी 50 फीसदी आरक्षण की अधिकतम स्वीकार्य सीमा के अंतर्गत।बैंसला समेत 12 अन्य लोगों के खिलाफ रविवार को राजद्रोह, सड़क और रेल यातायात बाधित करने और सार्वजनिक संपत्ति और रेल की पटरियों को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया था।इससे पहले शनिवार को तीन सदस्यीय मंत्रिमंडल समिति और छह सदस्यीय गुर्जरों के प्रतिनिधिमंडल से बयाना शहर के एक महाविद्यालय में बातचीत की थी। हालांकि बातचीत विफल रही थी और कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया था।अधिकारियों ने कहा कि भरतपुर जिले के पीलू का पुरा इलाके में धरने पर बैठे गुर्जरों के कारण अभी तक दिल्ली मुंबई रेलमार्ग समेत 120 रेलगाड़ियों का परिचालन प्रभावित हुआ है।

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