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नोएडा ! शहर के एक व्यापारी के अपहरण की गुत्थी को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर सुलझा लिया है। अपहरण करने वाले 3 आरोपियों को थाना सेक्टर-39 पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने ग्रेटर नोएडा के परी चौक इलाके से गिरफ्तार करने का दावा है। अगवा किए गए व्यापारी, उसकी आल्टो कार, फिरौती के रूप में दिए दो लाख रुपए, अपहरण में इस्तेमाल हुई बाइक व कार, मोबाइल फोन व सिम कार्ड समेत हथियार बरामद किए हैं। अपहरण कांड का मास्टर माइंड समेत चार आरोपी अभी फरार हैं।
एसपी सिटी दिनेश यादव ने बताया कि बुलंदशहर के रहने वाले राजेंद्र सिंह का सलारपुर में आटे का कारोबार है। मंगलवार रात राजेंद्र सिंह अपनी आल्टो कार से बुलंदशहर जा रहे थे। घर से निकलते ही पैशन बाइक सवार बदमाशों ने उनका पीछा किया। कुछ आगे जाने पर बदमाशों के अन्य साथी इको कार से पीछा करने लगे। ग्रेटर नोएडा और सिकंद्राबाद के बीच किसी सुनसान इलाके में बदमाशों ने राजेंद्र की कार को ओवरटेक कर उन्हें कब्जे में ले लिया। रात करीब तीन बजे बदमाशों ने राजेंद्र की पत्नी सरिता को फोन कर छह लाख रुपए की फिरौती मांगी। बुधवार सुबह राजेंद्र के भांजे विकास ने जब अपनी मामी सरिता को फोन किया, तब विकास को भी घटना के बारे में पता चला।आरोप है कि राजेंद्र सिंह की पत्नी अन्य परिजनों के साथ जब बुलंदशहर देहात कोतवाली में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे थे तब पुलिस कर्मियों ने शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया। इसके बाद सलारपुर में रहने वाले विकास ने थाना सेक्टर-39 पुलिस को घटना की सूचना दी। थाना सेक्टर- 39 पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने सर्विलांस के जरिए ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में उनकी लोकेशन ट्रेस की। पुलिस के कहने पर राजेंद्र सिंह की पत्नी ने अपहरणकर्ताओं को परी चौक पर फिरौती की रकम देने के लिए बुलाया। फरौती की रकम देते ही सिविल ड्रेस में मौजूद पुलिस कर्मियों ने इको कार में सवार 4 बदमाशों को दबोचा लिया। इस बीच एक बदमाश फरार हो गया। इको कार के पीछे राजेंद्र सिंह की आल्टो कार में उनके अलावा तीन बदमाश बैठे थे जो पुलिस की मौजूदगी देखकर फरार हो गए। पुलिस ने पकड़े गए बदमाशों से उनके साथियों को जब फोन कराया तब घबराकर बदमाशों ने अपने पकड़े गए साथियों केेकहने पर राजेंद्र सिह को छोड़ दिया और खुद भागने में कामयाब रहे।
अपहरण के चार घंटे बाद आया फोन
व्यापारी के अपहरण के चार घंटे बाद उनकी पत्नी को फोन कर फिरौती की रकम मांगी। पुलिस के कहने पर अपहरणकार्ताओं की बताए गइ जगह हाजीपुर अड्डे पर पत्नी पैसे लेकर पहुंच गई। अपहरणकर्ताओं ने पहले ही राजेंद्र की पत्नी को बता दिया था कि अड्डे के पास झाडिय़ों में बैग रखकर चली जाए। 10 मिनट बाद उन्हें उनका पति वहीं खड़ा मिलेगा।