• आप के किसी नेता ने गजेंद्र को पेड़ पर चढ़ने से क्यों नहीं रोका?

    जयपुर ! दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की बुधवार को हुई रैली में आत्महत्या करने वाले राजस्थान के किसान गजेंद्र सिंह का गुरुवार को पैतृक गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया। गजेंद्र के परिजनों ने उनकी मौत के लिए आप पर हमला बोला और कहा कि किसी भी नेता ने उसे रोकने का प्रयास नहीं किया। गजेंद्र के चाचा गोपाल सिंह ने आईएएनएस से कहा, "किसी ने भी उसे पेड़ पर चढ़ने से क्यों नहीं रोका? ...

    गजेंद्र का अंतिम संस्कार, परिजनों का आप पर हमला जयपुर !   दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की बुधवार को हुई रैली में आत्महत्या करने वाले राजस्थान के किसान गजेंद्र सिंह का गुरुवार को पैतृक गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया। गजेंद्र के परिजनों ने उनकी मौत के लिए आप पर हमला बोला और कहा कि किसी भी नेता ने उसे रोकने का प्रयास नहीं किया। गजेंद्र के चाचा गोपाल सिंह ने आईएएनएस से कहा, "किसी ने भी उसे पेड़ पर चढ़ने से क्यों नहीं रोका? क्यों आप के किसी भी नेता ने उसे रोकने का प्रयास नहीं किया? कई सारे सवाल हैं जिनके जबाव नहीं मिले हैं। उसकी मौत के लिए हम पुलिस और आप के नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराते हैं। अगर किसी ने भी तेजी दिखाई होती तो उसकी जान बचाई जा सकती थी।"इससे पहले गजेंद्र के शव का दौसा जिले में उसके पैतृक गांव नांगल झामरवाड़ा में अंतिम संस्कार किया गया। अश्रुपूर्ण नेत्रों से लोगों ने गजेंद्र को अंतिम विदाई दी। अंतिम संस्कार में शामिल लोग वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार और आप के विरोध में नारे भी लगा रहे थे।गोपाल सिंह ने सुसाइड नोट पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि उस पर जो लिखावट है वह गजेंद्र की नहीं लगती। उन्होंने कहा, "पिछले कुछ महीनों से वह परेशान था लेकिन परिवार में किसी ने भी कभी यह नहीं सोचा था कि वह आत्महत्या कर लेगा।"उन्होंने कहा, "इस समय हम (पूरा परिवार) तनाव और अवसाद से गुजर रहे हैं। हम इस स्थिति में भी नहीं है कि यह सोच सकें कि हमें आगे क्या करना चाहिए।"गजेंद्र के चाचा गोपाल सिंह ने कहा, "उसके पिता बाने सिंह आत्महत्या की खबर मिलने के बाद से लगातार रोए जा रहे हैं। उन्हें संभालना मुश्किल हो गया है, रोते रोते वह बार बार बेहोश हो जा रहे हैं। हमें उन्हें डॉक्टर को दिखाना होगा।"उन्होंने बताया, "यही हाल उनके तीनों बच्चों और पत्नी का भी है। वे भी कई घंटों से लगातार रोए जा रहे हैं।"पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट और अन्य पार्टी नेताओं ने गजेंद्र के परिवार से मुलाकात कर संवेदना प्रकट की।पूरा गांव और यहां तक कि आस-पास के गांवों के लोग भी गजेंद्र के परिवार को सांत्वना देने पहुंचे।एक ग्रामीण ने कहा, "आत्महत्या की खबर मिलने के बाद हम सब इतने सदमे और दुख में हैं कि घरों में चूल्हा तक नहीं जलाया, न ही कुछ पकाया है।"राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने एक बयान में गजेंद्र सिंह की आत्महत्या पर शोक जताते हुए कहा कि यह एक त्रासद घटना है।उन्होंने शोक संदेश में ईश्वर से पीड़ित परिवार को दुख सहने का साहस देने और मृत आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना की।मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान सरकार हर परिस्थिति में किसानों के साथ है और उनके कल्याण एवं उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है और किसानों के हित के लिए निरंतर प्रयासरत है।

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