• राजस्थान अभिलेखागार ने 50 लाख दस्तावेजों को आनलाइन किया

    बीकानेर ! राष्ट्रीय अभिलेखागार के उप निदेशक डॉ. एम.ए. हक ने कहा कि राजस्थान राज्य अभिलेखागार देश का प्रथम अभिलेखागार है जिसने 50 लाख ऐतिहासिक दस्तावेजों को ऑनलाइन किया है। राज्य अभिलेखागार में राजस्थान की प्रशासनिक व्यवस्था (1600-1948 ई) का समापन इतिहासकारों एवं शोधार्थियों के पत्रवाचन के साथ हुआ। ...

    बीकानेर !   राष्ट्रीय अभिलेखागार के उप निदेशक डॉ. एम.ए. हक ने कहा कि राजस्थान राज्य अभिलेखागार देश का प्रथम अभिलेखागार है जिसने 50 लाख ऐतिहासिक दस्तावेजों को ऑनलाइन किया है। राज्य अभिलेखागार में राजस्थान की प्रशासनिक व्यवस्था (1600-1948 ई) का समापन इतिहासकारों एवं शोधार्थियों के पत्रवाचन के साथ हुआ। समारोह की अध्यक्षता करते हुए जम्मू कश्मीर विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के डीन व विभागाध्यक्ष प्रो. जिगर मोह मद ने राज्य अभिलेखागार को देखकर उसकी कार्यप्रणाली के बारे में कहा यह कड़ी मेहनत व अथक परिश्रम का प्रयास है कि राजस्थान अभिलेखागार देश के अन्य अभिलेखागारों को विकास का रास्ता बता रहा है।राज्य अभिलेखागार के निदेशक डॉ. महेन्द्र खडगावत ने दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमीनार के शोध पत्रों को विभागीय जर्नल अभिलेख में प्रकाशन की बात कही। इससे शोधार्थियों व इतिहासकारों को शोध व इतिहास लेखन में मदद मिलेगी।तकनीकी सत्र दो दिवसीय सेमीनार के दूसरे दिन दो तकनीकी सत्रों में 18 शोधपत्र पढ़े गये। दोनों दिनों में कुल मिलाकर 25 शोधपत्र पढ़े गये। राज्य अभिलेखागार के निदेशक डा. महेन्द्र खडगावत ने बीकानेर राज्य की न्याय विधि व्यवस्था (1887-1948 ई) पर अपना शोध लेख पढ़ा।

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