• शहर में हत्या की घटनाओं में इजाफा

    नोएडा ! शहर में महिलाओं की हत्या हो रही है। सीरियल किलर का हाथ भी हो सकता है। पुलिस भी इस एंगल से जांच कर रही है। लेकिन लाशों की शिनाख्त न होना जांच में अवरोध में बन रहा है। पुलिस हत्या के तरीकों पर गौर कर रही है। ताकि किसी सुराग तक पहुंच सके। हालांकि अभी नतीजा कुछ भी नहीं निकला। गौर करने वाली बात है कि 20 से भी कम दिनों में तीसरी महिला का शव मिला है। इसकी उम्र भी करीब 30 साल बताई जा रही है। ...

    आखिर क्यों चुप हैं नेता व सामाजिक संस्थाएं!नोएडा !    शहर में महिलाओं की हत्या हो रही है। सीरियल किलर का हाथ भी हो सकता है। पुलिस भी इस एंगल से जांच कर रही है। लेकिन लाशों की शिनाख्त न होना जांच में अवरोध में बन रहा है। पुलिस हत्या के तरीकों पर गौर कर रही है। ताकि किसी सुराग तक पहुंच सके। हालांकि अभी नतीजा कुछ भी नहीं निकला। गौर करने वाली बात है कि 20 से भी कम दिनों में तीसरी महिला का शव मिला है। इसकी उम्र भी करीब 30 साल बताई जा रही है। महिला का सिर्फ धड़ मिला है। बाकी के अंगो का पता नहीं चल सका है। महिला के सिर, दोनों हाथ दोनों पैर पहले ही काटे जा चुके थे। पुलिस बाकी अंगों की भी तलाश कर रही है। इन हत्याओं के पीछे किसी सीरियल किलर का हाथ भी हो सकता है। जो सिर्फ 25 से 30 साल तक की महिलाओं को अपना शिकार बना रहा है। वह उनका बेहरमी से कत्ल कर रहा है। शव की हालत इतनी बिगाड़ता है कि उसकी शिनाख्त तक होना पाना मुश्किल है। फिलहाल जांच के बाद ही मामले की खुलासा हो सकता है। डंपिंग ग्राउंड बन रहा शहरशहर में महिलाओं की लाशे मिल रही है। महज 20 दिन के अंदर तीसरी लाश मिली है। इन तीनों महिलाओं की शिनाख्त नहीं हो सकी है। -पहला शव 25 दिसंबर को सेक्टर-54 स्थित पार्क में सुनसान क्षेत्र में मिला। यहा महिला के सिर में गोली मारी गई। शव के सिर को कुचला गया। ताकि शिनाख्त न हो सके। पुलिस का कहना है कि महिला की हत्या उसके पति ने की है। लेकिन अभी तक शव की शिना त नहीं हो सकी है। महिला की उम्र 30 वर्ष। -दूसरा शव तीन जनवरी का सेक्टर-135 पुश्ता के पास बेहद सुनसान इलाके में मिला। महिला के सिर पर भारी चीज से चोट कर मारा गया। शरीर पर कई जगह कटे के निशान। महिला की उम्र 30 साल अभी तक शिना त नहीं हो सकी। -तीसरा शव छह जनवरी को सेक्टर-35 नाले में मिला। महिला के सभी अंग कटे थे। महज धड़ नाले में मिला। इसकी उम्र भी करीब 30 साल शिना त अभी तक नहीं।शहर में आए दिन महिलाओं के कत्ल हो रहे हैं। कोई महिला का कत्ल कर देता है उसके अंग काट देता है और चहरे को इतना बिगाड देता है जिससे शवों की शिनाख्स्त न हो पाए। लेकिन इन मामलों के बाद अभी तक कोई भी संस्था या कोई भी राजनैतिक पार्टी आगे नहीं आई जिससे बढ़ रही कत्ल की वारदाताओं को रोकने व इनकी जल्द से जल्द जांच किए जाने की मांग की हो। आज जन का कहना है कि राजनेता टोल की बढ़ी दरों को लेकर डीएनडी रोक रहे हैँ, भूमि अधिग्रहण को लेकर पुतला फूंक रहे हैं, भ्रष्टïाचार पर हल्ला बोल रहे हैं लेकिन किसी को महिलाओं की बढ़ती असुरक्षा को लेकर कोई प्रदर्शन करने नहीं पहुंचा। वहीं शहर में समाज सेवा का नाम लेकर आए दिन प्रदर्शन करने वाले समाजसेवी मिल रहे महिलाओंं के शवों को लेकर चुपचाप हैं। कोई सामाजिक संस्था फिर चाहे वो महिलाओं के लिए काम करती हो या फिर सामाजिक सुधार की सबने चुप्पी साधी हुई है। इनके मौन रहने की वजह उजागर तो नहीं हुई लेकिन इन सबसे स्पष्टï होता है कि जब तक इन्हें प्रभावित करने वाली कोई घटना न हो तब तक ये चुप्पी साधेगें।

अपनी राय दें