• ईनामी महिला नक्सली ने किया समर्पण

    राजनांदगांव ! कांकेर बॉर्डर डिविजन कमेटी के अन्तर्गत राजनांदगांव, कांकेर तथा गढ़चिरौली के सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय नक्सलियों के औधी एलओएस की सक्रिय सदस्या क्रांति उर्फ महन्ती कुमेटी पिता- कावे कुमेटी, जाति- लोहार उम्र 20 वर्ष, निवासी- चाउरगांव, थाना- मदनवाड़ा जिला- राजनांदगांव छत्तीसगढ़ ने आज राजनांदगांव पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर राष्ट्र की मुख्य धारा में जुडने का संकल्प लिया। ...

    इनामी नक्सली महन्ती कुमेटी उर्फ क्रांति का आत्मसमर्पणराजनांदगांव !   कांकेर बॉर्डर डिविजन कमेटी के अन्तर्गत राजनांदगांव, कांकेर तथा गढ़चिरौली के सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय नक्सलियों के औधी एलओएस की सक्रिय सदस्या क्रांति उर्फ महन्ती कुमेटी पिता- कावे कुमेटी, जाति- लोहार उम्र 20 वर्ष, निवासी- चाउरगांव, थाना- मदनवाड़ा जिला- राजनांदगांव छत्तीसगढ़ ने आज राजनांदगांव पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर राष्ट्र की मुख्य धारा में जुडने का संकल्प लिया। आत्म समर्पित नक्सली महन्ती कुमेटी उर्फ क्रांति ने बताया कि वर्ष 2007 में कक्षा पांचवी उत्तीर्ण करने के बाद पढ़ाई छोड़ अपने माता पिता के साथ खेती किसानी के काम करने लगी इस दौरान गांव में मदनवाड़ा दलम के नक्सली निर्मला, किशोर, जंगू, लक्ष्मी एवं सीएनएम पार्टी के फलिता का गांव में मीटिंग लेकर नाच गाना एवं नाच गाना कर नक्सली विचारधारा का प्रचार प्रसार करते थे। क्रांति भी गांव के लड़के लड़कियों कें साथ सीएनएम पार्टी के नृत्य संगीत देखने जाती थी। वर्ष 2008 में मदनवाड़ा दलम कमांडर निर्मला के कहने पर वह नक्सलियों के नाच गाना पार्टी के साथ शामिल हो गयी। एक माह बाद मदनवाड़ा दलम कमांडर अपने दलम के साथ क्रांति के ग्राम चावरगांव में पुन: आयी और उसे अपने साथ लेकर कुण्डकाल जंगल में गये तथा उसे मदनवाड़ा दलम में भर्ती कर लिया गया। जून 2009 से 2011 तक मदनवाड़ा एलओएस सदस्य, जनवरी 2011 से 2013 तक मिलिट्री प्लाटून नं0- 23 सदस्य तथा जुलाई 2013 से दिसम्बर 2014 तक औंधी एलओएस सदस्य के रूप में सीपीआई माओंवादी संगठन में कार्य किया है। आत्मसमर्पित नक्सली क्रांति उर्फ महन्ती कुमेटी ने बताया कि नक्सलियों के द्वारा गांव में किये गये नाच गाने से आकर्षित होकर बालपन के ना समझी के कारण नक्सलियों के बहकावे में आकर नक्सली संगठन शामिल हो गई थी। कांलातर में उसे अपने गलत फैसले का अहसास हुआ और आज दिनांक 20.12.2014 को नक्सली संगठन छोडकर पुलिस अधीक्षक के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।क्रांति ने बताया कि वर्ष 2013 में थाना मानपुर क्षेत्रान्तर्गत ग्राम बुकमरका में हुए मुठभेड़ घटना जिसमें मोहला एलओएस कमाण्डर उधम सिंह मारा गया था में शामिल थी तथा इसको कमर के नीचे बाये पैर में गोली लगने से घायल हो गयी थी । इसके अलावा दिनांक 02.09.2014 को थाना औधी क्षेत्रान्तर्गत ग्राम मर्दगोटा मुठभेड़ जिसमें औधी एलओएस के डिप्टी कमाण्डर सुनील आंचला मारा गया था उसमें भी शामिल थी तथा किसी तरह बच निकलने में कामयाब हो गयी थी। क्रांति ने यह भी बताया कि जिले में पुलिस के दबाव के कारण नक्सली संगठन बहुत कमजोर हो गया है तथा संगठन में शामिल नक्सली कैडर लगातार भाग कर पुलिस के समक्ष समर्पण कर रहे है। जिले में पुलिस के बढ़ते हुए दबाव, नक्सल प्रभावित क्षेत्र के ग्रामिणों से सहयोग न मिलने तथा दिन प्रतिदिन खाने से लेकर अन्य जरूरतों के अभाव के कारण अतत: क्रांति ने नक्सली संगठन छोडने का मन बनाया। आत्म समर्पित नक्सली महन्ती कुमेटी उर्फ क्रांति के उपर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा  1,00,000/- रूपय का ईनाम घोषित है। ज्ञात हो कि विगत तीन वर्षो में राजनांदगांव जिले में नक्सल संगठन के मिलिट्री आर्गेनाईजेशन में सक्रिय 31 माओवादी कैडर ने राजनांदगांव पुलिस के समक्ष आत्म समर्पण किया है। राजनांदगांव पुलिस का प्रयास है कि जिले के जो युवक-युवती कम उम्र में माओवादी संगठन में शामिल हो गये है वापस आये और शासन की पुनर्वास नीति का लाभ उठाये।  पुलिस महानिरीक्षक, दुर्ग क्षेत्र, दुर्ग प्रदीप गुप्ता एवं महानिरीक्षक आईटीबीपी संजीव रैना ने नक्सली संगठन से जुडे युवक एवं युवतियों से आव्हान किया कि वे नक्सल छोड़कर राष्ट्र की मुख्य धारा में जुडे एवं छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति का लाभ लेते हुये समाज में सम्मान से जीवनयापन करे। राजनांदगांव पुलिस द्वारा नक्सलियों को आत्म समर्पण कराने की दिशा में लगातार प्रयास किये जा रहे है। जिले में सक्रिय नक्सलियों से विभिन्न माध्यमों से सम्पर्क स्थापित कर उन्हे भी समाज की मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जा रहा है तथा भविष्य मे और भी नक्सलियों के आत्म समर्पण करने की सम्भावना है।

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