ब्लैंक कॉल से डरें नहीं, अपनी समझ व पुलिस की मदद से लें काम: चौधरीनोएडा ! वर्तमान में हाईटेक मोबाईल फोनों का लुत्फ खास से लेकर आम, पुरुषों से लेकर महिलाएं और बच्चे सभी उठा रहे हैं। परंतु इसकी देन मोबाइल लड़कियों के लिए जी का जंजाल बन गया है। रोजाना आने वाली ब्लैंक और बेहूदगी भरी कॉलों से उनके दिन का सुख और रातों की नींद हराम हो गई है। ऐसा ही मामला महिला थाना में आया। जिसमें एक युवती ने शिकायत की है कि एक आदमी उसे ब्लैक कॉल करके बेहुदा बातें करता है। ना चाहते हुए भी उसे अपना फोन आए दिन बंद करना पडता है। ये केवल एक ही मामला नहीं हैं लड़कियों को आए दिन अनजान आदमी फोन कर रहे हैं। कॉलेज में पढऩे वाली लड़कियों का कहना है कि लड़कों को पता नहीं कहां से नंबर मिल जाता है और फिर वो शाम होते ही फोन करना शुरू कर देते हैं। फोन अपनी सुविधा के लिए रखतें हैं लेकिन ब्लेंक कॉलों ने परेशान किया है। इस बारे में महिला थाने की दरोगा कल्पना चौधरी ने बताया कि यदि किसी भी महिला के पास ब्लेंक कॉल आती है तो उससे डरें नहीं। पहले तो उस व्यक्ति को प्यार से समझाएं। अगर फिर भी वह व्यक्ति नहीं मानता है तो उसको कहें कि वो शिकायत कर देगी। उसके बाद पुलिस थाने में संबंधित घटना के बारे में जानकारी दें। महिला पुलिस थाना ऐसे मनचलों व ब्लेंक कॉल वालों के प्रति कड़ी कार्रवाई करने को लेकर प्रतिबद्घ है। उन्होंने बताया कि ऐसे कई बार होता है कि मोबाइल खरीदने से लेकर रिचार्ज तक उनका नंबर कई लोगों के पास चला जाता है। जिनमें कई बार ऐसे लोग शामिल होते हैं जो लड़कियों का नंबर हासिल कर परेशान करना शुरू कर देते हैं। सुबह से लेकर देर रात तक आने वाले ऐसी फ ोन कॉल्स से उन्हें मानसिक उत्पीडऩ का शिकार होना पड़ता है। विशेष तौर पर मोबाइल रिचार्ज के समय लड़कियों को सजग रहने की जरूरत है। यहां उनका नंबर अनजाने हाथों में जा सकता है और उन्हें मानसिक उत्पीडऩ का दंश झेलना पड़ सकता है। युवतियों को जहां तक हो सके फ्लैक्सी रिचार्ज की जगह पर कूपन से रिचार्ज कराना अधिक उपयुक्त है। ऐसे में किसी को नंबर का पता नहीं चल सकेगा और वह कोई परेशान नहीं कर सकेगा। इसी के साथ पुलिस को जरूर सूचित करना चाहिए। महिलाओं का अपना नंबर किसी अनजान व्यक्ति को नहीं देना चाहिए। कोशिश करना चाहिए कि मोबाईल को अपने पास ही रखें और कोई व्यक्ति मदद के लिए आपका फोन मांगता है तो कोशिश करें कि आपके आसपास खड़े आदमी से फोन मांगकर उसे फोन दें। मोबाइल की सुविधा युवतियों के लिए कभी कभार असुविधा का कारण बन जाती है। अपना फोन नंबर किसी भी साईट पर न डालें, कोई बाहरी फार्म भरते समय भी इसका ध्यान दें। बता दें कि शहर में आकर पढऩे वाली युवतियों की अच्छी खासी तादात है। जिन्हें अपने फोन को लेकर सर्तकर्ता बरतनी चाहिए।