फतेहपुर ! पहले बहुजन और अब सर्वजन हिताय का नारा लगाने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सामंती ताकतों की मदद करने के आरोप में उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जनपद के पार्टी जिलाध्यक्ष सुनील कुमार गौतम और अपने करीबी जोनल को-आर्डिनेटर एवं पूर्व विधायक खागा मुरलीधर गौतम को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। दोनों नेताओं पर आरोप है कि इन्होंने जिले के ललौली थाने के ओती गांव में गरीब दलित के साथ हुई घटना में सामंती हमलावरों का साथ दिया था। बसपा के जोनल को-आर्डिनेटर आर.के. चौधरी, अशोक गौतम व डॉ. विजय प्रताप ने बताया कि पार्टी मुखिया मायावती के निर्देश पर राजेश अंबेडकर निवासी ग्राम कोराई को बसपा का नया जिलाध्यक्ष नियुक्त किया है। उन्होंने बताया कि 26 जुलाई को ओती गांव में गरीब अनुसूचित जाति का व्यक्ति रामधनी को कुछ सामंती लोग उठाकर ले गए थे और मारपीट करने के बाद उसे गाड़ी से फेंक दिया था। घायल दलित की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। एफआईआर सात अगस्त को दर्ज हुई। सभी अभियुक्त को बचाने के प्रयास में उनके नौकरों को मुल्जिम बनाया गया। आज तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई। उन्होंने बताया कि घटना का संज्ञान बसपा प्रमुख ने लेते हुए स्वयं घटना की छानबीन कराई और इसमें पार्टी के ही बसपा जिलाध्यक्ष सुनील कुमार गौतम व पूर्व विधायक मुरलीधर एडवोकेट को मुल्जिमों की मदद करने का दोषी पाया। जोनल को-आर्डिनेटर ने बताया कि बसपा प्रमुख ने इस बात को गंभीरता से लिया और कड़ा निर्णय लेते हुए दोनों नेताओं को पार्टी से निष्कासित करने का फैसला लिया। फतेहपुर जिले में बसपा की कमान युवक राजेश अंबेडकर के कंधों पर आ गई है।