• कानन पेण्डारी को दीवाली का मिलेगा गिफ्ट

    बिलासपुर ! करीब 115 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले कानन पेण्डारी जू को दीपावली का उपहार मिल सकता है। उसे स्माल जू से मीडियम जू घोषित करने का आदेश शीघ्र आ सकता है। केन्द्रीय चिकिडय़ाघर प्राधिकरण में कानन पेण्डारी जुलाजिकल पार्क का प्रेजेन्टेंशन करके दिछले दिनों बताया गया था कि कानन पेण्डारी किस प्रकार मीडियम जू से कहीं ज्यादा योग्यता रखता है। प्राधिकरण के अधिकारियों ने भी इस दावे को स्वीकार किया है। ...

    बिलासपुर !  करीब 115 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले कानन पेण्डारी जू को दीपावली का उपहार मिल सकता है। उसे स्माल जू से मीडियम जू घोषित करने का आदेश शीघ्र आ सकता है। केन्द्रीय चिकिडय़ाघर प्राधिकरण में कानन पेण्डारी जुलाजिकल पार्क का प्रेजेन्टेंशन करके दिछले दिनों बताया गया था कि कानन पेण्डारी किस प्रकार मीडियम जू से कहीं ज्यादा योग्यता रखता है। प्राधिकरण के अधिकारियों ने भी इस दावे को स्वीकार किया है। कानन पेण्डारी जुलाजिकल पार्क बिलासपुर, जबलपुर मार्ग क्रमांक 7 में बिलासपुर से 9 किलोमीटर पर स्थित है और 114 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है। कानन पेण्डारी का सम्पूर्ण क्षेत्र समतल है। वर्ष 2002 में केन्द्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण ने नई दिल्ली ने इस वर्ष 2008 तक के लिए मिनी जू की मान्यता दी थी उसके बाद वर्ष 2008 में कानन पेण्डारी की मान्यता स्माल जू के रूप में प्रदान की गई। वर्ष 2008 के  बाद से कानन पेण्डारी का तेजी से निकास हुआ। वन्य प्राणियों की संख्या बढ़ी साथ ही पर्यटकों की संख्या में भी तेजी इजाफा हुआ। कानन पेण्डारी में वर्ममान में 450 से ज्यादा वन्य प्राणी हैं। विलुप्त प्राय: वन्य प्राणी की संख्या 20 से अधिक है। पर्यटकों की उपस्थिति पर गौर करें तो वर्ष 2009-10 में 3 लाख 58 हजार, वर्ष 2010-11 में 5 लाख 9 हजार 943, वर्ष 2011-12 में 5 लाख 12 हजार 966, और वर्ष 2012-13 में 5 लाख 14 हजार 466 पर्यटक कानन पेण्डारी में आए। वर्ष 2014 में जनवरी माह में कई चीतलों के एक साथ मरने की घटना और उन चीतलों की मौत एन्थे्रक्स से होने की अफवाह फैला देने के कारण सुरक्षा की दृष्टि से वन विभाग द्वारा कानन पेण्डारी को एक माह  बन्द रखने के कारण वर्ष 2014 में पर्यटकों की संख्या में कमी आना स्वाभाविक था। दिनांक 15 जनवरी 2014 से 14 फरवरी 2014 तक कानन पेण्डारी को बन्द रखने के कारण वर्ष 2013-14 में पर्यटकों की संख्या 3 लाख 50 हजार 766 रही।कानन पेण्डारी जुलाजिकल गार्डन से अचानकमार टाईगर रिजर्व की दूरी 45 किलोमीटर है तथा कानन की वनस्पति एवं वन्य जीव अचानकमार टाईगर रिजर्व के समान प्रतिनिधित्व करती है। बिलासपुर वनमण्डालाधिकारी सत्यप्रकाश मसीह और कानन पेण्डारी रेंजर टी आर जायसवाल ने कानन पेण्डारी का दर्जा बढ़ाने और मीडियम जू का दर्जा पिलाने के लिए केन्द्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण के समक्ष मजबूरी के साथ कानन पेण्डारी का पक्ष रखते हुए आकड़ों के साथ प्रस्तुतिकरण के माध्यम से यह प्रमाणित किया कि कानन पेण्डारी मीडियम जू के लिए निर्धारित मापदण्डों से किस प्रकार ज्यादा योग्यता रखता है। डीएफओ श्री मसीह व रेंजर भी जायसवाल ने इसी बीच कानन पेण्डारी में और भी कई सुधार कर पर्यटकों के लिए कानन को बेहतर करने की दिशा में कई कार्य कराए। प्राधिकरण के अधिकारियों ने कानन पेण्डारी की सम्पूर्ण प्रस्तुतिकरण की व कानन पेण्डारी की योग्यता को स्वीकार करते हुए माना कि कानन पेण्डारी में मीडियम जू से कहीं ज्यादा उपलब्धि है।वन विभाग के अधिकारियों को उम्मीद है कि दीपावली के पूर्व कानन पेण्डारी के मीडियम जू का दर्जा देने सम्बन्धी आदेश आ जाएगा।। ऐसा हुआ तो कानन पेण्डारी को दीपावली का तोहफा मिल जाएगा।

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