• 'तीन माह में दिखने लगे अच्छे दिन'

    जयपुर ! देश में केंद्र सरकार के तीन माह बाद पेट्रोल की घटती कीमतें तथा कमजोर मानूसन के बावजूद खाद्य अनाजों के दामों में स्थिरता की पृष्ठभूमि में अच्छे दिन दिखाई देने लगें हैं। केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज जयपुर पिंकसिटी प्रेस क्लब में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा कि पहले पेट्रोल एवं डीजल की कीमतों में 4-5 रुपए की वृद्धि की जाती थी लेकिन अब पिछले 15 दिनों में पेट्रोल के दाम दो बार में करीब चार रुपए कम किए गए हैं इससे लोगों को राहत मिली हैं। उन्होंने कहा कि अंतरराष्टï्रीय बाजार में तेल कीमतों में गिरावट आते ही इसका लाभ तुरंत जनता तक पहुंचाया जा रहा है लेकिन पहले ऐसा तत्काल नहीं होता था। ...

    पहले पेट्रोल एवं डीजल की कीमतों में 4-5 रुपए की वृद्धि की जाती थी लेकिन अब पिछले 15 दिनों में पेट्रोल के दाम दो बार में करीब चार रुपये कम किए गए हैं इससे लोगों को राहत मिली हैं। प्रकाश जावड़ेकर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री जयपुर !   देश में केंद्र सरकार के तीन माह बाद पेट्रोल की घटती कीमतें तथा कमजोर मानूसन के बावजूद खाद्य अनाजों के दामों में स्थिरता की पृष्ठभूमि में अच्छे दिन दिखाई देने लगें हैं।  केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज जयपुर पिंकसिटी प्रेस क्लब में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा कि पहले पेट्रोल एवं डीजल की कीमतों में 4-5 रुपए की वृद्धि की जाती थी लेकिन अब पिछले 15 दिनों में पेट्रोल के दाम दो बार में करीब चार रुपए कम किए गए हैं इससे लोगों को राहत मिली हैं। उन्होंने कहा कि अंतरराष्टï्रीय बाजार में तेल कीमतों में गिरावट आते ही इसका लाभ तुरंत जनता तक पहुंचाया जा रहा है लेकिन पहले ऐसा तत्काल नहीं होता था। उन्होंने कहा कि पेट्रोल मंत्रालय से एक बार में दो या तीन रुपए की कमी करने का आग्रह किया जाएगा बजाए एक रुपया कुछ पैसे कम करने के।  उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अन्य देशों की ही तरह भारत में भी पेट्रोल एवं डीजल की कीमतों के अंतर को समाप्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी देश में पेट्रोल एवं डीजल की कीमतें समान ही रहती हैं। केन्द्रीय मंत्री जावडेकर ने कहा कि देश में मानसून की कमजोर स्थिति रहने पर जमाखोरी की चांदी हो जाती है तथा खाद्य अनाजों के साथ अन्य आवश्यक वस्तुओं के दाम आसमान छूनें लगते थे लेकिन इस बार देश में 10 से 15 प्रतिशत तथा राजस्थान में 30 से 35 प्रतिशत कम बरसात होने पर भी खाद्य अनाज गेंहू एवं चावल सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमत स्थिर रही है। उन्होंने कहा कि इसके लिए खास उपाए किए गए है और गेंहूं एवं चावल के 100 लाख टन भंडार सहकारी गोदामों में से खुले बाजार में पहुंचाया गया है जिससे जमाखोरों की नहीं चली।  उन्होंनें यह भी कहा कि इसके अलावा 100 आवश्यक वस्तुओं की कीमतों पर हर रोज नजर रखी जा रही है और इनमें से किसी वस्तु के दाम बढऩे की दिशा में तुरंत रोकने के उपाय किए जा रहे है। श्री जावडेकर ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में काफी सुधार हुआ है और अब विदेशी ही नही देशी निवेशक भी भारत में ही निवेश करने का मूड बना लिया है। उन्होंने कहा कि गत केंद्र सरकार ने ऐसी नीतियां बना दी थी जिससे देश के बाहर निवेश करना ज्यादा लाभकारी था। अब नई नीति से देश में निवेश आ रहा है और उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।  उन्होंने कहा कि देश की आर्थिक विकास दर 4 प्रतिशत से बढ़कर 5.7 प्रतिशत होने तथा कोयला का उत्पादन 16 प्रतिशत एवं विद्युत उत्पादन 10 प्रतिशत बढ़ा है। इससे देश में अच्छे दिन आने लग गए है। इस अवसर  पर  जंगल व पर्यावरण के विनाश के संकट  को दूर  करने की थीम पर  सवाईमाधोपुर  मिडिल स्कू ल के छात्र..छात्राओं द्वारा नाटक प्रस्तुत किया गया एवं वन्य जीव . पर्यावरण एवं बाघ संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 14 व्यक्तियों का सम्मान किया गया।  इस अवसर  पर  राज्यसभा सदस्य परिमल नथवानी . सांसद जयाी बेन पटेल . विधायक नरपत सिंह  राजवी . द नेशनल टाइगर  कन्र्जेवेशन अथॉरिटी ..एनटीसीए..के चैयर मेन राजेश गोपाल एवं अन्य वन्यजीव विशेषग्य व गणमान्यजन मौजूद थे। इससे पहले श्री जावडेकर  का जवाहर  कला केन्द्र पहुंचने पर  महानिदेशक जवाहर  कला केन्द्र उमराव सालोदिया ने उनका स्वागत किया।  फोटो प्रर्दशनी मोना बेन के द्वारा प्रर्दशित की गई जिसमें  उन्होंने बाघ एवं शेर  के 65 फोटोग्राफ एवं 17 कै म्पेन पोस्टर  की प्रर्दशनी लगाई। दूरर्दशन को लोगों की पहली पसंद बनाएंगें जयपुर। केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि निजी चैनलों की प्रतिस्पर्धा में दूरर्दशन 'डीडीÓ को लोगों की पहली पसंद बनाया जाएगा।  श्री जावडेकर आज यहां जयपुर पिंकसिटी प्रेस क्लब में पे्रेस से मिलिए कार्यक्रम में बोंल रहे थे । उन्होंने कहा कि दूरदर्शन के ढांचे को चुस्त दूरुस्त बनाया जाएगा तथा इस पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों को गुणवत्ता वाले बनाया जाएगा तथा प्रसार के तौर तरीकों में भी आमूल चूल परिवर्तन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रसारण ऐजेंसियों को दूरर्दशन दिखाना तो बाध्यकारी है लेकिन उपभोक्ताों द्वारा देखने के लिए दूरदर्शन का चयन जरुरी नहीं है। इसलिए दूरर्दशन की प्रतिष्ठा को पुन: स्थापित करने का प्रसार भारती ने जो बीड़ा उठाया है।

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