• बिजली की मार झेल रहे उद्योगों पर छा रहा संकट

    नोएडा ! नो पावर कट जोन में बसे उद्योगों को अब उनके चौपट होने का खतरा मंडराते दिख रहा है। लगातार बिजली की कटौती की मार झेल रहे उद्योगों की हालत खस्ता होते दिख रही है। लंबे समय से बिजली कटौती की परेशानी से भले ही गांव के लोगों को राहत मिली हो लेकिन इसकी भरपाई उद्योगों को करनी पड रही है। ...

    नोएडा !   नो पावर कट जोन में बसे उद्योगों को अब उनके चौपट होने का खतरा मंडराते दिख रहा है। लगातार बिजली की कटौती की मार झेल रहे उद्योगों की हालत खस्ता होते दिख रही है। लंबे समय से बिजली कटौती की परेशानी से भले ही गांव के लोगों को राहत मिली हो लेकिन इसकी भरपाई उद्योगों को करनी पड रही है। इन दिनों गांवों में बिजली देने के लिए उद्योगों की 500 मेगावाट बिजली काट दी गई है। उद्योगों में चार घंटे का कट लगाने का निर्णय गांव के लोगों को भरपूर बिजली देने के लिए लिया गया। यहां गौर करने वाली बात है कि कटौती दोपहर में निर्धारित की गई जिस समय औद्योगिक इकाइयों में सबसे ज्यादा बिजली की मांग होती है। सूत्रों का कहना है कि अभी तक यह कटौती तीन दिन की है लेकिन इसे अगले दस दिन तक बढ़ाया जाएगा। उद्योगपतियों का कहना है कि उद्योग बंद होने के कगार पर पहुंच गए हैं। दिन में 8-8 घंटे की कटौती के चलते मशीनें चलाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो रहा है। प्रतिदिन 12 बजे से लेकर 4 बजे तक रोस्टिंग हो रही है। शहर में 8 हजार से अधिक उद्योगों पर बिजली की मार पड़ रही है। जिससे उत्पादन घट रहा है और लागत बढ़ती जा रही है। फैक्ट्रियों में लगे इंवर्टर और जेनरेटर भी एक लिमिट तक चलने के बाद ठप हो रहे हैं। यदि बिजली कटौती का यही हाल रहा तो मजबूरन उद्यमी इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे। इसके लिए रणनीति बनाई जा रही है।  उद्यमियों की माने तो सरकार यहां बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है जिसके चलते नुकसान झेलना पड़ रहा है। वहीं नोएडा एंटरप्रिनियोर्स एसोसिएशन द्वारा पहले ही इस कटौती को कम किए जाने के लिए व कटौती के समय में फेरबदल करने के लिए पत्र अधीक्षण अभियंता को लिखा गया है।

अपनी राय दें