• व्यवस्था परिवर्तन के लिए समझने एवं समय देने की जरुरत

    प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे ने कहा है कि देश में असली आजादी के लिए व्यवस्था परिवर्तन किए जाने की जरुरत हैं। ...

    आजादी की लडाई की तरह कुर्बानिया देने कीजरुरत नहीं जयपुर !   प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे ने कहा है कि देश में असली आजादी के लिए व्यवस्था परिवर्तन किए जाने की जरुरत हैं।     श्री हजारे आज यहां श्रीसिद्धराज ढढ्ढा स्मृति व्याख्यान में .. भू स्वामित्व . विचार और व्यवहार .. विषय पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अंग्रेज चले गए लेकिन देश आजाद होने के बाद लोकतंत्र की जगह पार्टी तंत्र के ले लेने से आज तक लोकतंत्र नहीं आया। उन्होंने कहा कि पार्टी तंत्र ने देश को बर्बाद कर दिया।     उन्होंने कहा कि पार्टियों ने लोगों में समूह बनाकर उन्हें लडा दिया और देश के विकास को ठप्प कर दिया। उन्होंने कहा कि देश में असली लोकतंत्र कायम करने के लिए पक्ष और पार्टी पर नियंत्रण करने की जरुरत हैं और इसके लिए संविधान के आधार पर संस्था बनाई जानी चाहिए।     श्री हजारे ने कहा कि इस काम के लिए आजादी की लडाई की तरह एक साथ खडा होने की जरुरत है ताकि सरकार पर दबाव बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि हर पार्टी का एक ही लक्ष्य होता है सत्ता में आना और इसके लिए वह चुनाव में भ्रष्टाचार एवं आरोपियों को टिकट दे रही हैं।     उन्होंने कहा कि हर पार्टियों ने गलती की लेकिन लोगों को गलती नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब वे पूरे देश में घूमकर दो काम करेंगे और इसके तहत मतदाताों को जगाने तथा सरकार पर जनता का दबाव बनाया जाएगा।उन्होंने कहा कि देश कोआजाद कराने मेंकई कूर्बानियां देनी पडी थी लेकिन आज देश में व्यवस्था परिवर्तन के लिए आजादी की लडाई की तरह कुर्बानिया देने कीजरुरत नहीं हैं केवल समझने एवं समय देने की जरुरत हैं।     श्री हजारे ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद जो भी सरकार आये उसके पांच साल में उस पर इसके लिए दबाव बनाना हैं। उन्होंने कहा कि चाहे दस साल लग जाए देश में असली लोकतंत्र लाना हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को पार्टी तंत्र ने आने नहीं दिया और उसे नेस्तनाबूद कर दिया।     समाजसेवी पी वी राजगोपाल ने कहा कि जमीन को लेकर लोगों की दृष्टि में बदलाव आया हैं जिससे परेशानियां खडी हो गई हैं। उन्होंने कहा कि गरीब को मिलने वाली जमीन को ताकतवर लोगों ने छीन ली।     उन्होंने कहा कि गरीब की जमीन को वापस दिलाने का काम किया जाएगा। इसके लिए व्यवस्था परिवर्तन की जरुरत बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे एवं एस एन सुब्बाराव जैसे र्समपित लोगों के नेतृत्व में राष्ट्रीय स्तर का आंदोलन चलाया जाएगा।     इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरिफ मोहम्मद खान ने भी अपने विचार व्यक्त किए। 

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