• सुपर टेक की इमारत सील

    नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने मंगलवार सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक के एमरॉल्ड कोर्ट के पास बने सियान एवं एपेक्स टॉवरों को सील कर दिया। यहां के चारो प्रवेश द्वार पर प्राधिकरण ने ताला लगाकर उन्हें सील किया है। ...

    नोएडा !  नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने मंगलवार सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक के एमरॉल्ड कोर्ट के पास बने सियान एवं एपेक्स टॉवरों को सील कर दिया। यहां के चारो प्रवेश द्वार पर प्राधिकरण ने ताला लगाकर उन्हें सील किया है। प्राधिकरण अधिकारियों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले की आदेश कॉपी इंटरनेट पर प्राप्त करने के बाद पहले उसका अध्ययन किया इसके बाद यह फैसला लिया। कोर्ट की आदेश की सर्टिफाइड कॉपी आने के बाद प्राधिकरण अग्रिम कार्रवाई करेगा। जानकारी के अनुसार मंगलवार नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने सुपरटेक के एमरॉल्ड कोर्ट प्रोजेक्ट पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को लेकर बैठक की। बैठक में कोर्ट के आदेश कॉपी का पहले अध्ययन किया गया। इसके बाद अधिकारियों के निर्देश पर प्राधिकरण के वर्क सर्किल आठ की टीम सेक्टर-93ए स्थित एमरॉल्ड कोर्ट परिसर पहुंची। यहां कार्यरत करीब 500 मजदूरों को विस्थापन के लिए पहले आधा घंटे का समय दिया। समय से मजदूर अपना सामान लेकर बाहर आ गए। इसके बाद अधिकारियों ने यहां के चारों प्रवेश द्वारों में ताला जड़ दिया और पूरी तरह से सील कर दिया। दोनों टॉवर अनुमति के आधार पर 40 मंजिल बनने हैं और अब तक 31 मंजिल बनकर तैयार हो चुके हैं। इन टॉवरों में कुल 857 फ्लैट्स हैं और इनमें से 617 फ्लैट बुक हो चुके हैं। पहले इन टॉवरों को बनाने की अनुमति वर्ष 2009 में मिली थी। इसके तहत ग्राउंड फ्लेर के बाद 11 मंजिल बनाने की अनुमति थी। बाद में 24 मंजिल बनाने की अनुमति मिली। दोनों टॉवरों को एक बनाने के आधार पर मिली थी अनुमतिप्राधिकरण के सूत्रों की मानें तो दोनों टॉवरों को एक टॉवर बनाए जाने पर 40 मंजिल बनाने की अनुमति मिली थी। इसके बीच जो अंतर था उन्हें आपस में मिलाना था। हालांकि सुपरटेक की ओर से दोनों टॉवरों को जगह-जगह जोडऩे का काम किया गया है। लेकिन कोर्ट ने हरित क्षेत्र की जगह टॉवर बनाए जाने को लेकर फैसला सुनाया। इसकी अनुमति में शामिल प्राधिकरण के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने के भी आदेश दिए गए हैं। हालांकि इसकी सर्टिफाइड कॉपी मिलने के बाद ही प्राधिकरण अधिकारी इसकी पुष्टि करेंगें।  सुपरटेक एवं प्राधिकरण के अधिकारी अगर सुप्रीम कोर्ट में जाते हैं तो उनकी याचिका को कैंसिल करवाने का प्रयास किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट का जो भी निर्णय होगा सही होगा, ऐसी उम्मीद है।यूबीएस तेवतिया अध्यक्षएमराल्ड कोर्ट रेलीडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 11 अप्रैल को नियमों के उल्लंघन को लेकर सुपरटेक के सेक्टर-93ए स्थित एमरॉल्ड प्रोजेक्ट के दो टॉवरों के 500 फ्लैटों को गिराने का आदेश दिया था। इलाहाबाद कोर्ट ने यह फैसला अमित सक्सेना की याचिका पर दिया है। याचिकाकर्ता अमित सक्सेना का आरोप है कि सुपरटेक ने एमरॉल्ड कोर्ट में ग्राहकों को घर बेचते वक्त जिस जगह को कॉमन एरिया के रूप में दिखाया था, वहां उसने बाद में टॉवर खड़े कर दिए। हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता की अपील को मंजूर करते हुए सुपरटेक एमरॉल्ड कोर्ट में 40 मंजिल की दो टॉवरों को गिराने का फैसला सुनाया। कोर्ट ने सुपरटेक से सभी निवेशकों को 14 प्रतिशत ब्याज के साथ पैसे लौटाने का भी आदेश दिया। आदेश के बाद बॉयर्स का हंगामा व बैठकों का दौर शुरूइलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के बाद सुपरटेक के एमरॉल्ड कोर्ट में बने सीऑन एवं एपेक्स नामक टॉवरों में फ्लैट बुक करा चुके बॉयर्स परेशान हैं। शुक्रवार को हाईकोर्ट के फैसले के बाद शनिवार से ही बायर्स हंगामा कर रहे हैं। वहीं बैठकों का दौर भी जारी है। रोजाना नई रणनीति बनाई जा रही है। बैठक के दौरान बायर्स में आपसी मतभेद भी दिखा। कोई सुप्रीम कोर्ट जाने तो कोई एफआईआर दर्ज करवाने की बात कर रहा है। हालांकि एसोसिएशन ने भी सुप्रीम में जाने की बात कही है और प्राधिकरण व सुपरटेक की ओर से दायर की जाने वाली याचिका को कैंसलि करवाने के प्रयास की भी बात कही है।  सुप्रीम कोर्ट पर ही है आसनोएडा। इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद अब सबकी आस सुप्रीम कोर्ट पर ही टिकी है। चाहे सुपरटेक बिल्डर हो, या बायर्स ,या याचिका दायरकर्ता हो या फिर नोएडा प्राधिकरण। सुपरटेक बिल्डर जहां अपना प्रोजेक्ट को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेगा ,वहीं बायर्स भी अपना फ्लैट बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे, हाईकोर्ट में याचिका दायर करना वाले अमित भी सुप्रीम कोर्ट जाएगा। जिससे सुपरटेक बिल्डर का यह प्रोजेक्ट न बन सके। वहीं नोएडा प्राधिकरण भी अपने अधिकारियों के बचाव में सुप्रीम कोर्ट में रिट दायर करेगा। अब देखना यह है कि सुप्रीम कोर्ट से किसे राहत मिलेगी।क्या कहते हैं प्राधिकरण के अधिकारीएक-दो दिन में इलाहाबाद हाईकोर्ट की सर्टिफाइड कॉपी मिल जाएगी। इसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। इससे पूर्व ही प्राधिकरण अधिकारियों की हुई बैठक में लिए गए निर्णय से सुपरटेक के एमरॉल्ड कोर्ट के सियान एवं एपेक्स दोनों टॉवरों को सील कर दिया गया है। फिलहाल आगे का निर्माण कार्य नहीं हो सकेगा। मनोज राय ओएसडी, नोएडा प्राधिकरण

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