दिल्ली-आगरा एक्सप्रेस वे पर पवनहंस कर रहा एयर एंबुलेंस मुहैया कराने का विचार
सरकारी हेलिकॉप्टर सेवा कंपनी पवनहंस दिल्ली-जयपुर और दिल्ली-आगरा एक्सप्रेस वे पर दुर्घटना की स्थिति में घायलों को एयर एंबुलेंस की सुविधा मुहैया कराने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से बात कर रही

नयी दिल्ली। सरकारी हेलिकॉप्टर सेवा कंपनी पवनहंस दिल्ली-जयपुर और दिल्ली-आगरा एक्सप्रेस वे पर दुर्घटना की स्थिति में घायलों को एयर एंबुलेंस की सुविधा मुहैया कराने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से बात कर रही है।
पवनहंस के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक बी.पी. शर्मा ने बताया कि दिल्ली-आगरा एक्सप्रेस वे के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे प्राधिकरण के साथ विचार चल रहा है। इसके तहत एक्सप्रेस वे के टोल शुल्क के साथ ही 10 या 12 रुपये की बीमा राशि का भुगतान करना होगा। किसी बीमा कंपनी को भी इसमें शामिल किया जायेगा।
यह सुविधा शुरू होने के बाद पूरे एक्सप्रेस वे पर कहीं भी हादसा होने पर कुछ ही देर में हेलिकॉप्टर वहाँ पहुँच जायेगा और घायलों को जल्द से जल्द नजदीकी अस्पताल पहुँचा दिया जायेगा। दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस वे पर भी इस तरह के एक मॉडल पर विचार चल रहा है।
शर्मा ने बताया कि दिल्ली-आगरा एक्सप्रेस वे पर एयर एंबुलेंस सेवा देने के लिए दो हेलिकॉप्टर काफी होंगे। आम तौर पर यह माना जाता है कि दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति के लिए पहला घंटा काफी महत्त्वपूर्ण होता है। इस दौरान उचित इलाज मिलने पर उसकी जान बचने की संभावना बढ़ जाती है। इसी को ध्यान में रखकर एयर एंबुलेंस के विकल्प पर विचार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अभी जहाँ 60 रुपये टोल लग रहा है उसमें 10-12 रुपये की बढ़ोतरी से कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसके बदले उन्हें हेलि एंबुलेंस की मुफ्त सुविधा मिल जायेगी। उन्होंने कहा कि एंबुलेंस के दुर्घटना स्थल पर पहुँचने पर सिर्फ पाँच मिनट के लिए यातायात रोककर घायल व्यक्ति को हेलिकॉप्टर में रखा जा सकता है।
दो हेलिकॉप्टर किसी भी आपात स्थिति के लिए दिन रात तैनात रहेंगे। साथ ही नाइट फ्लाइंग के लिए भी अनुमति लेनी होगी क्योंकि यह सुविधा चौबीसों घंटे उपलब्ध कराई जायेगी।


