शरद यादव के बिहार दौरे से डरी राज्य सरकार: फातमी
अली अशरफ फातमी ने आरोप लगाया कि जदयू शरद यादव के बिहार दौरे से डरी राज्य सरकार ने एक सोची समझी साजिश
दरभंगा। पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता अली अशरफ फातमी ने आज आरोप लगाया कि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के सांसद और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के बिहार दौरे से डरी राज्य सरकार ने एक सोची समझी साजिश के तहत राजनीतिक लाभ के लिए मौसम विभाग से तूफान का झूठा अलर्ट जारी करवाया ताकि लोग उनके (शरद) कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके।
फातमी ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव के बिहार दौरे से राज्य सरकार बुरी तरह घबरा गयी। इस घबराहट में मौसम विभाग से तेज तूफान का अलर्ट जारी करवा दिया गया ताकि लोगों को रोका जा सके।
उन्होंने कहा कि पहले केन्द्रीय जांच ब्यूरो, फिर प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग के बाद अब मौसम विभाग का दुरुपयोग कर जानबूझ कर झूठी और भ्रामक खबर फैलाई गई कि बिहार में दो दिनों तक तेज़ तूफान और भारी वर्षा होगी ।
राजद नेता ने कहा कि तमाम अलर्ट के बावजूद ऐसा कुछ नहीं हुआ। उन्होंने पूरे मामले में बिहार सरकार और केन्द्र सरकार की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए इसकी जांच की मांग की।
उन्होंने कहा कि सरकार ने मौसम विभाग के माध्यम से यह भ्रम फैलाया ताकि लोगों को दहशत में डाल कर लोगों को शरद यादव के कार्यक्रम में जाने से रोका जाये।
उन्होंने आरोप को सही साबित करते हुए कहा कि शरद यादव का बिहार में जहां-जहां दौरा था, मौसम विभाग ने उन जिलों को सबसे ज्यादा तूफान और भारी बारिश की अफवाह फैलाई।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि यह कैसे हो सकता है कि भागलपुर से सीधे तूफान मुजफ्फरपुर पहुंच जाए और बीच के जिले में कुछ न हो और जहां-जहां शरदजी का कार्यक्रम हो तूफान आगे-आगे उन्हीं इलाके में जाये ।
फातमी ने देश में मुसलमानों की स्थिति पर तत्कालीन उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी के बयान को सही ठहराते हुए कहा कि उन्होंने कोई गलत बात नहीं की। इस तरह की बातें पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने भी कही थी। उन्होंने कहा कि यह सच्चाई है कि देश में जानवर के नाम पर इंसान को मारा जा रहा है।


