पीएम मोदी ने की तीन तलाक विधेयक पर विपक्ष से सहयोग की अपील
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्षी दलों से आज से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र में तीन तलाक विधेयक पारित करने और सामान्य लोगों, दलितों, वंचितों के हित में बजट तैयार करने में सहयोग का आह्वान किया है

नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्षी दलों से आज से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र में तीन तलाक विधेयक पारित करने और सामान्य लोगों, दलितों, वंचितों के हित में बजट तैयार करने में सहयोग का आह्वान किया है।
I request all political parties to make Triple Talaq Bill pass in this Budget session of the Parliament: PM Narendra Modi pic.twitter.com/FoU2apJRsv
— ANI (@ANI) January 29, 2018
मोदी ने आज यहां संसद भवन परिसर में कहा कि पिछले सत्र में सरकार का प्रयास और देश की आस्था तथा अपेक्षा थी कि तीन तलाक पर राजनीति नहीं होगी और मुस्लिम महिलाओं को उनका हक मिलेगा। लेकिन उच्चतम न्यायालय के आदेश के बावजूद सरकार तीन तलाक विधेयक पारित नहीं करवा सकी।
उन्होंने कहा कि बजट सत्र के लिए सभी राजनीतिक दलों से उनकी अपेक्षा है कि वे तीन तलाक विधेयक पारित कराने में सहयोग करेंगे और मुस्लिम महिलाओं को नए साल का उपहार देंगे।
We should make use of our system of parliamentary committees and discuss aspects of the #Budget. We should think about the well-being of rural India, farmers, Dalits, tribal communities and labourers: PM Modi pic.twitter.com/x7GOFNI3RI
— ANI (@ANI) January 29, 2018
प्रधानमंत्री ने कहा कि बजट सत्र अत्यंत महत्वपूर्ण है यह बजट देश काे नयी ऊर्जा देने वाला तथा सामान्य से सामान्य लोगों की अपेक्षाओं को पूरा करने वाला होगा।
This #BudgetSession is important. The world is optimistic about India. Agencies like World Bank & IMF have been giving an optimistic opinion of the country: PM Modi pic.twitter.com/aah5Xe44vX
— ANI (@ANI) January 29, 2018
उन्होंने कहा कि बजट पेश होने के बाद यह विभिन्न समितियों के पास जाता है तथा तकरीबन एक महीने तक समितियां उस पर विचार करती है। इन समितियों में सत्ता पक्ष और विपक्ष दाेनों के लाेग होते हैं और वे राजनीति से ऊपर उठकर देश के लिए काम करते हैं।
उन्होंने उम्मीद जताई कि सत्र के दौरान समितियों के समय का भरपूर उपयोग होगा। उन्होंने विपक्षी दलों से आह्वान किया कि सामान्य लोगाें दलितों, पीड़ितों, शोषितों, वंचितों, किसानों और मजदूरों को इसका भरपूर लाभ कैसे मिले इस दिशा में सत्र के दौरान काम करें और एक रोडमैप बनाकर आगे बढ़ें।


