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42 च्वाइस सेंटरों का आईडी ब्लॉक आधार बनवाने भटक रहे लोग

केंद्र सरकार द्वारा मोबाइल नंबर, बैंक खाते, पैन कार्ड, पेंशन समेत कई जरूरी चीजों को आधार नंबर से लिंक कराने की अनिवार्यता कर दी है

42 च्वाइस सेंटरों का आईडी ब्लॉक आधार बनवाने भटक रहे लोग
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जांजगीर । केंद्र सरकार द्वारा मोबाइल नंबर, बैंक खाते, पैन कार्ड, पेंशन समेत कई जरूरी चीजों को आधार नंबर से लिंक कराने की अनिवार्यता कर दी है। इसके लिए 31 मार्च तक का समय दिया गया है। ऐसे में एक बार फिर जहां आधार कार्ड बन रहे हैं वहां लोगों की भीड़ जुटने लगी है।

आधार कार्ड का रजिस्ट्रेशन होने के बाद उसे घर तक पहुंचने में ही सात से दस दिन लग जाते हैं। इसलिए लोग जल्द से जल्द कार्ड बनवाना चाहते हैं। वहीं जिले के 42 च्वाइस सेंटरों में कार्ड बनने की प्रक्रिया रोक दी जाने से लोगों को कई तरह की परेशानी झेलनी पड़ रही है। आधार कार्ड बनाने का काम अब केवल सरकारी संस्थानों में ही किया जाएगा, लेकिन अभी जिले के किसी भी सरकारी कार्यालय में यह काम प्रारंभ नहीं हो पाया है, इसके बाद भी यूआईडीएआई (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) की ओर से जिले के नीजि च्वाइस सेंटरों की आधार कार्ड बनाने की आईडी ब्लॉक कर दी गई है। इससे 42 से ज्यादा च्वाइस सेंटरों में आधार कार्ड बनाने का काम ठप हो गया है, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है।

केंद्र की ओर से निर्देश जारी किया गया है कि आधार कार्ड बनाने का काम सरकारी दफ्तरों से होना चाहिए। अभी दर्जन भर प्राइवेट सेंटरों में ही आधार कार्ड बनने का काम चल रहा है। सीएचसी सेंटरों को सरकारी दफ्तर में आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया विभाग द्वारा की जा रही है।

एकाएक नीजि सेंटरों में आधार बनना बंद होने से लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। तमाम चीजों के लिए आधार अनिवार्य कर दिया गया है। आधार कार्ड में त्रुटि सुधार कराने वालों की संख्या ही अधिक है जिन्हें परेशान होना पड़ रहा है, क्योंकि एक ओर सीएचसी सेंटरों में आधार कार्ड का काम बंद हो गया है। दूसरी ओर सरकारी दफ्तर के अलावा डाकघर, बैंकों में आधार कार्ड अपग्रेडशन का काम शुरू नहीं हो पाया है।

सरकारी दफ्तरों में आधार बनाने की प्रक्रिया प्रगति पर
चिप्स के जिला प्रभारी से मिली जानकारी के अनुसार आधार कार्ड का काम सरकारी परिसर, बैंक, डाकघर आदि संस्थानों में किया जाना है। इसलिए यूआईडीएआई ने नीजि च्वाइस सेंटरों की आईडी ब्लॉक की है। दर्जनभर सेंटरों में अभी भी आधार बन रहे हैं। च्वाइस सेंटर अब सरकारी दफ्तरों में बैठकर आधार का काम करेंगे। इसकी प्रक्रिया विभाग द्वारा की जा रही है। जल्द ही सुचारू रुप से सुविधा मिलेगी।


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