अब किसान मुक्ति सम्मेलन का दौर जारी
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति किसान मुक्ति यात्रा के बाद अब राज्य स्तर पर किसान मुक्ति सम्मेलन का आयोजन कर रही है

नई दिल्ली। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति किसान मुक्ति यात्रा के बाद अब राज्य स्तर पर किसान मुक्ति सम्मेलन का आयोजन कर रही है। इसका उद्देश्य निचले स्तर पर किसान संगठनों के साथ व्यापक समझ बनाना है। आने वाले समय में इस तरह के सम्मेलनों का आयोजन जिला व तहसील स्तर पर किया जाएगा। 18 जनवरी को इस तरह का सम्मेलन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में किया जाएगा।
उल्लेखनीय है, कि किसान मुक्ति यात्रा के बाद राजधानी दिल्ली में किसान संसद का आयोजन किया गया, जिसमें दो बिल पास किए गए, जो कर्ज माफी और लाभकारी मूल्य से जुड़े थे। इस बिलों को कुछ सांसदों ने भी अपना समर्थन दिया था। किसान संसद में ही यह तय किया गया था, कि इस बिल को किसानों के बीच लेकर जाया जाएगा, साथ ही किसान संगठनों के बीच व्यापक एकता बनाने के लिए इसे निचले स्तर पर लेकर जाया जाना चाहिए। किसान आंदोलन के इतिहास में पहली बार संगठित तरीके से व्यापक एकता बनाने की कोशिश की जा रही है।
राज्य स्तरीय सम्मेलन 4 दिसम्बर 2017 को तमिलनाडु के त्रिची से शुरु हुई और 22 फरवरी को अहमदाबाद में यह खत्म होगी। अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग संगठनों को इसके आयोजन की जिम्मेदारियों दी गई हैं। इसके अगले चरण में जिला स्तरीय सम्मेलनों का आयोजन भी किया जाएगा। इसके साथ ही अलग-अलग राज्यों मे किसान आंदोलन की तैयारियां भी चल रही हैं।
इसके तहत पहला आंदोलन राजस्थान में होगा, जब 9 फरवरी को विधानसभा का घेराव होगा, यहां किसान वसुंधरा सरकार से अपना कर्जमाफी का वादा पूरा करने की मांग कर रहे हैं।


