होम्योपैथी व आयुर्वेद चिकित्सा को बढ़ावा देने की जरुरत
उपाधियॉ छोटी बड़ी हो सकती है, पर तपस्या से अधिक ज्ञान कभी छोटा नहीं होता

पेण्ड्रा। उपाधियॉ छोटी बड़ी हो सकती है, पर तपस्या से अधिक ज्ञान कभी छोटा नहीं होता। होम्योपैथी सेवा समिति एवं संयुक्त आयोजकत्व में डॉ.विप्रनाथ औशधालय पेण्ड्रा के परिसर में वैज्ञानिक विचार गोष्ठी में होम्योपैथी के ख्यातिलब्ध चिकित्सक डॉ. प्रणव कुमार बनर्जी ने व्यक्त किया।
डॉ.बनर्जी ने कहा जो लोग होम्योपैथी सम्पूर्णता से करना चाहते है उन्हे कोर्स के बाहर उपलब्ध नामी चिकित्सकों की किताबों का निरंतर अध्ययन करना चाहिये इसी में चिकित्सकों एवं रोगियों का कल्याण निहित है। वहीं अपने अंत:करण की पीढा को भी बड़ी उदारता के साथ व्यक्त किया। इसके साथ ही चिकित्सा जगत में बजारवाद के तहत एलोपैथी में हो रहे समाज के शोषण से निजात दिलाने होम्योपैथी एवं आयुर्वेद चिकित्सा पद्वति को केंद्र और प्रदेश सरकार को आगे लाना चाहिये।
कार्यक्रम में अतिथि दीर्घे में उपस्थित कल्याण कुमार भट्टाचार्य ने डॉ. बनर्जी के 82वें जन्मदीन पर बधाई देते हुए वैज्ञानिक विचार गोष्ठी की सराहना करते हुए इस कार्यक्रम में मुझे षामिल होने का अवसर मिला जिसके लिये उन्होने धन्यवाद भी ज्ञापित किया। स्वागताध्यक्ष श्रीमती अरूणा गणेश जायसवाल अध्यक्ष नगर पंचायत पेण्ड्रा ने नगर में होम्योपैथी सेवा समिति को जनऔषधालय के निर्माण हेतु जमीन उपलब्ध कराने नगर पंचायत परिशद में प्रस्ताव पारित किये जाने से अवगत कराते हुए कहा कि यह आयोजन बहुत ही अच्छा ओयोजन है इससे लोगों को होम्योपैथी चिकित्सा विद्या की जानकारी के साथ सस्ती और विषाक्ततामुक्त चिकित्या सुविधा का लाभ लेना चाहिये।
डॉ.श्रीमती सुप्रिया भट्टाचार्य बिलासपुर ने आर्गेनन पर व्यक्तव्य देते हुए सोरा, सायकोसिस और सिफलिस जैसी विशयों पर परिचर्चा की वहीं डॉ.निषा ब्रोकर बिलासपुर ने बांझपन और होम्योपैथी चिकित्सा पर अपना व्याख्यान दिया। डॉ.सरोज कुमार सिंह मुंगेली ने पथरी और मूत्र रोग पर अपने विचार व्यक्त किये। डॉ.श्रीमती एस आनंद जांजगीर ने अपने व्याख्यान में एक होम्योपैथी चिकित्सक के रूप में जो मार्गदर्शन और सम्बल डॉ प्रणव बनर्जी ने प्रदान किया आज उन्ही की आशीर्वाद से मैं आपके सामने व्याख्यान देती खडी हूॅ।
कार्यक्रम का षुभारम्भ डॉ. सेम्युअल क्रिष्चियन फ्रेडरिक हेनीमेन के तैल चित्र पर मल्यार्पण पश्चात अतिथियों का स्वागत पष्चात राश्ट्रगान किया गया। उपस्थित अतिथियों को साल श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ.प्रणव कुमार बनर्जी द्वारा लिखित होम्योपैथी चिकित्सा पद्वति कीे उचाईयां और विप्रनाथ औशधालय की सेवाएं पुस्तक का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित प्रतिभू बनर्जी ने किया। आभार एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. निशा ब्रोकर ने किया।


