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सीनेट चुनाव में नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग जीती

 पाकिस्तान के उपरी सदन सीनेट की 52 सीटों के लिए हुए गुप्त मतदान में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सत्तारुढ़ पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज ने बढ़त हासिल कर बड़ी कामयाबी हासिल की

सीनेट चुनाव में नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग जीती
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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के उपरी सदन सीनेट की 52 सीटों के लिए हुए गुप्त मतदान में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सत्तारुढ़ पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज ने बढ़त हासिल कर बड़ी कामयाबी हासिल की है।

यह परिणाम ‘अयोग्य’ घोषित किए गए पूर्व प्रधान मंत्री नवाज शरीफ़ के राजनीतिक भविष्य को फिर से बहाल कर सकता है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने अघोषित संपत्तियों के मामले में उनको पद के अयोग्य घोषित कर दिया था जिसके कारण उन्हें प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ा था। शरीफ की बेटी और उनकी राजनीतिक वारिस मरियम नवाज शरीफ ने ट्वीट किया,“पीएमएलएन सीनेट में अब सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।”

जीओ टीवी और अन्य मीडिया के मुताबिक कल हुए इस चुनाव में पीएमएल-एन समर्थित 15 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। इसके बाद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी भी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। पीपीपी 12 सीटों पर कब्जा कर दूसरी बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

सहयोगी दलों के साथ काम करके पीएमएल-एन 104 सदस्यीय सीनेट पर अपना नियंत्रण रखना चाहेगा। पार्टी नवाज शरीफ को इसी वर्ष होने वाले आगामी आम चुनाव से फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए संविधान में संशोधन के वास्ते इस सदन का इस्तेमाल कर सकती है। बहरहाल पाकिस्तान संविधान के मुताबिक कोई विधेयक तबतक कानून नहीं बन सकता जबतक कि यह संसद के दोनों सदनों से पारित ना हो जाए। ऐसे में संविधान में संशोधन करना बहुत आसान काम भी नहीं है।

‘खलीज टाइम्स’ के अनुसार पाकिस्तान में सीनेट के कुल 104 सदस्य हैं। प्रत्येक का कार्यकाल छह वर्ष का होता है। वर्ष 2012 में चुने गये 52 सदस्यों का कार्यकाल 2018 में खत्म होने जा रहा है। इसके बाद वर्ष 2015 में चुने गये 52 सदस्यों का चुनाव वर्ष 2021 में होगा।

पाकिस्तान निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सीनेट चुनाव के लिए पार्लियामेंट हाऊस और चार प्रांतीय एसेंबलियों में मतदान केंद्रों की स्थापना की गयी थी। सुरक्षा कारणों से चुनाव के मद्देनजर पार्लियामेंट हाऊस और प्रांतीय एसेंबलियों में मीडियाकर्मियों के प्रवेश पर भी रोक लगायी गयी थी।


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