एमएमजी अस्पताल का होगा नवीनीकरण
एमएमजी अस्पताल की जर्जर इमारत को तोड़कर बहुमंजिला इमारत बनाए जाने का प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है

गाजियाबाद। एमएमजी अस्पताल की जर्जर इमारत को तोड़कर बहुमंजिला इमारत बनाए जाने का प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है। अगर स्वीकृति मिली तो अलग-अलग खंडों में अस्पताल को तोड़कर लगभग 75 करोड़ की लागत से 200 बेड का अस्पताल बनाया जाएगा।
नए अस्पताल में न्यूरोलॉजी, गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी सहित कई आधुनिक सुविधाएं भी मरीजों के लिए उपलब्ध होंगी। अस्पताल का निर्माण सन् 1956 में आरबी यानि रिनफोर्स ब्रिक वर्क से हुआ था।
इस विधि से निर्माण होने पर छत की लाइफ 50 वर्ष होती है, लेकिन निर्माण कार्य हुए 61 वर्ष हो चुके हैं। वर्तमान में छत की सरिया और ईंट जर्जर हो चुकी है। कई बार बरसात में छत टपकने से इलाज में भी परेशानी होती है। इसके अलावा भवन भूंकपरोधी न होने से भी हमेशा खतरा बना रहता है।
आईसीयू, महिला अस्पताल में शिफ्ट होगा अस्पताल
अस्पताल के तोड़फोड़ के दौरान परिसर में बने आईसीयू और महिला अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए 26 दिसम्बर को कमेटी की बैठक भी आयोजित की गई थी।
दो से ढाई हजार मरीज पहुंचते हैं अस्पताल
अस्पताल में प्रतिदिन दो से ढाई हजार नए व पुराने मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं। बरसात के दौरान कई बार छत टपकने से मरीज सहित अन्य स्टाफ को परेशानी होती है। आठ एकड़ में फैले अस्पताल परिसर से पुराने जर्जर क्वार्टर भी तोड़े जाएंगे।
जल्द भेजा जाएगा प्रस्ताव
एमएमजी अस्पताल का निर्माण पहले तहसील स्तर पर हुआ था, लेकिन अब एनसीआर का अहम हिस्सा होने के साथ ही करीब साठ गुना अधिक मरीज बढ़ गए हैं। भवन जांच में जर्जर पाया जा चुका है। शासन को प्रस्ताव भेजा जा रहा है। स्वीकृत मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया जा सकता है।


