डिसेंट हॉउसिंग योजना के कार्यों में अनियमितता
मजदूरों के मकानों को सुविधा युक्त बनाने के लिए डिसेंट हॉउसिंग योजना के तहत मकानों को दुरुस्त कराया जा रहा है

राजनगर। कोल इंडिया के उच्च प्रबंधन की तरफ से कम्पनी में काम कर रहे मजदूरों के मकानों को सुविधा युक्त बनाने के लिए डिसेंट हॉउसिंग योजना के तहत मकानों को दुरुस्त कराया जा रहा है, लेकिन हसदेव क्षेत्र मुख्यालय में बैठे सिविल विभाग के अफसरों की मिली भगत से यह योजना क्षेत्र में दम तोड़ रही है।
कराए जा रहे काम में मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। इसका प्रमुख कारण कामों को बाहर के ठेकेदारों को लेकर पेटी कांट्रेक्टर दे दिया गया है। जानकारों का कहना है कि अफसरों पर ठेकेदार भारी पड़ रहे हंै। इसके चलते वह अपनी मर्जी से काम करा रहे है।
उधर ठेकेदारों का कहना है कि वह 15 से लेकर 40 प्रतिशत तक कम दर पर काम लिए हंै। इससे गुणवत्ता से काम कराना संभव नहीं है। खास बात यह है कि जब ठेकेदार गुणवत्ता पूर्वक काम नहीं कर सकते थे तो काम लिया की क्यों? फिलहाल यह कम्पनी की बड़ी योजना है, जिसको समय से ही पूरा करना है। इसके चलते जिम्मेदार भी सबकुछ जानकर भी गुणवत्ता पूर्ण काम हो इस बात को दरकिनार कर रहे हैं।
उनका केवल इस बात पर ध्यान है कि किसी भी तरह से काम तय समय पूरा हो जाए। कुछ मकानों में काम होने के बाद क्षतिग्रस्त होना शुरू हो गया है। लोगों का कहना है उच्च प्रबंधन व सतर्कता से जांच कराई जाए तो गड़बड़ी सामने आ सकती है।


