अवैध रूप से चल रहे स्टोन क्रैशरों पर छापेमारी
यमुना नदी के किनारे अवैध रूप से पत्थर पीसकर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ आज सुबह को जिला प्रशासन ने एक संयुक्त अभियान चलाया

नोएडा। यमुना नदी के किनारे अवैध रूप से पत्थर पीसकर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ आज सुबह को जिला प्रशासन ने एक संयुक्त अभियान चलाया। इस अभियान के तहत आधा दर्जन लोगों को पकड़ा गया है। जबकि 18 वाहन जप्त किए गए हैं।
नगर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि यमुना नदी के किनारे गांव रायपुर खादर के पास कुछ लोग अवैध रूप से पत्थर पीसकर बदरपुर बना रहे हैं। ये लोग मिक्सर प्लांट का कचरा व गंदा पानी जमुना नदी में डाल रहे हैं। उन्होंने बताया कि सूचना के आधार पर आज सुबह को जिला प्रशासन, पुलिस ,परिवहन विभाग, प्रदूषण विभाग, खनन विभाग,व सिंचाई विभाग की एक संयुक्त टीम बनाई गई। सुबह 6 बजे से टीम ने कार्रवाई शुरू की। एसपी ने बताया कि कार्रवाई के तहत आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है। जबकि मौके से 12 ट्रैक्टर, एक जेसीबी, तीन ट्रक, दो मोटरसाइकिल व एक स्कार्पियो कार बरामद की गई है।
उन्होंने बताया कि ये लोग अवैध रूप से हरियाणा से पत्थर लाकर यमुना नदी के किनारे मशीन में पीसते हैं। तथा जमुना नदी से जल दोहन करके बदरपुर को धोकर उसे साफ करते हैं। एसपी ने बताया कि जो कचरा धुलाई में निकलता है उसे यह लोग यमुना नदी में डाल देते हैं। जिससे नदी प्रदूषित हो रही है। एस पी ने बताया कि इन लोगों ने नदी के किनारे अवैध रूप से बोरिंग भी कर रखा है। पुलिस ने उसे भी नष्ट किया है। उन्होंने बताया कि अवैध मिक्सर प्लांट चलाने वाले लोगों ने बालू भंडारण के नाम पर सेल टैक्स से टीन नंबर हासिल किया हुआ है। लेकिन यह लोग भंडारण की आड़ में अवैध स्टोन क्रेशर चला रहे हैं। मालूम हो कि इस मामले में एनजीटी ने पहले ही सख्त निर्देश दिया है।
पूर्व में भी इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई है लेकिन यह लोग फिर से दोबारा अपने धंधे को शुरू कर देते हैं। चर्चा है कि अवैध रूप से स्टोन क्रेशर चलाने वालों से प्रदूषण विभाग, सिंचाई विभाग, खनन विभाग व पुलिस विभाग के लोग हर माह मोटी रकम वसूलते हैं। सूत्रों का दावा है कि यह रकम लाखों रुपए प्रतिमाह है।
जिले में तैनात अधिकारियों के भ्रष्टाचार के चलते प्रदूषण परवान चढ़ रहा है। यहां के लोगों का कहना है कि जब तक भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होगी तब तक यह गोरखधंधा चलता रहेगा। यह करवाई तो मात्र दिखावा है। लोगों की मांग है कि जिलाधिकारी ऐसे लोगों को चिन्हित करें जिनके शह पर यह गोरखधंधा चल रहा है तथा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।


