टीपू सुल्तान जयंती के विरोध पर भाजपा के सैंकड़ाें कार्यकर्ता हिरासत में
टीपू जयंती के समूचे राज्य में आयोजन के दौरान विधायक अपाचु रंजन एवं अन्य नेताओं सहित भाजपा के 200 से अधिक कार्यकर्ताओं को निषेधाज्ञा का उल्लंघन

बेंगलुरु। कर्नाटक सरकार प्रायोजित टीपू जयंती के आज समूचे राज्य में आयोजन के दौरान विधायक अपाचु रंजन एवं अन्य नेताओं सहित भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के 200 से अधिक कार्यकर्ताओं को निषेधाज्ञा का उल्लंघन , जुलूस निकालने और हिंसा फैलाने के आरोप में पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कोडागू जिले के मडिकेरी में भाजपा कार्यकर्ताओं को उस समय हिरासत में लिया गया जब वे समारोह स्थल की ओर जुलूस निकालने की कोशिश कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने राज्य सड़क परिवहन निगम के बसों और अन्य वाहनों पर पथराव किया जिससे कुछ इलाकों में स्थिति तनावपूर्ण रही।
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए हिंसा में लिप्त कई शरारती तत्वों को हिरासत में लेकर उन्हें बस में बैठाया । प्रदर्शनकारियों ने बस की सीटों को फाड़ दिया और वाहनों को नुकसान पहुंचाया तथा पेड़ों को काटकर उसे सड़क के बीचोबीच रखकर यातायात जाम कर दिया।
कोडागु जिले में बंद का आह्वान के चलते व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे और ऑटोरिक्शा सड़क से नदारद रहेे। बेंगलुरू में विभिन्न इलाकों में मुस्लिम भाईयों ने टीपू जयंती मनायी और कुछ स्थानों पर शरारती तत्वों ने वाहनों और दुकानों में पथराव किया।
पुलिस सूत्रों ने यूनीवार्ता को बताया कि राज्य में समारोह के दौरान किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली और स्थिति शांतिपूर्ण है।
दूसरी तरफ बेल्लारी में आयोजित समारोह में कुछ विधायक शामिल हुए।
इस बीच विधि एवं संसदीय मामलों के मंत्री टी बी जयाचन्द्र ने टीपू जयंती पर श्रद्धांजलि देने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि भाजपा राज्य विधान सभा के अगले वर्ष होने वाले चुनाव के मद्देनजर इस मुद्दे पर राजनीति करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा , “ राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भी टीपू सल्तान के सराहना की है।
राज्य में जब भाजपा सत्ता में थी , तो उसने टीपू जयंती मनायी लेकिन अब वह राजनीतिक फायदा उठाने के लिए इसका विरोध कर रही है।”
उल्लेखनीय है कि अठारहवीं शताब्दी के मैसूर साम्राज्य के टीपू सुल्तान के जन्मदिन के आयोजन का भाजपा विरोध कर रही है।


