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कांग्रेस और अकाल 'जुड़वां' : मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस और अकाल 'जुड़वां' हैं, जहां-जहां कांग्रेस जाती है, अकाल वहां पहुंच जाता है

कांग्रेस और अकाल जुड़वां : मोदी
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बाड़मेर (राजस्थान)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस और अकाल 'जुड़वां' हैं, जहां-जहां कांग्रेस जाती है, अकाल वहां पहुंच जाता है। उन्होंने कांग्रेस पर 'झूठे वादे करके लोगों को बेवकूफ बनाने' का आरोप लगाया। मोदी ने बाड़मेर के पचपदरा में बहुप्रतीक्षित रिफाइनरी परियोजना की आधारशिला रखते हुए कहा, "कांग्रेस और अकाल जुड़वां हैं। जहां भी कांग्रेस जाती है, अकाल भी उसका पीछा करते हुए पहुंच जाता है।"

मोदी ने कांग्रेस पर यह हमला राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की उस चिट्ठी के बाद किया है जिसमें उन्होंने प्रश्न किया है कि जब चार वर्ष पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा इस रिफाइनरी की आधारशिला रखी जा चुकी है तो फिर दोबारा ऐसा करने की क्या जरूरत थी।

मोदी ने कहा, "कांग्रेस पार्टी ने परियोजना के नाम पर महज आधारशिला रखकर लोगों को गुमराह किया लेकिन गरीबों के लिए कुछ नहीं किया। हम केवल पत्थर बिठाकर लोगों को मूर्ख नहीं बना सकते। वर्ष 2022 में हम स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे करेंगे और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारी रिफाइनरी उसी वर्ष काम करना शुरू कर दे।"

उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, "हम यह नहीं चाहते कि लोग हमारे पास आए और आधारशिला रखने के बाद पूछें कि आपने इसे लागू करने के लिए क्यों कुछ नहीं किया।"

उन्होंने पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का इस परियोजना को वास्तविक बनाने के लिए सराहना की।

मोदी ने कहा कि कांग्रेस की आदत झूठे वादे कर लोगों को मूर्ख बनाने की है और वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) परियोजना कभी भी सफल नहीं होती अगर कांग्रेस की योजना को दिमाग में रखा जाता।

उन्होंने कहा, "उन लोगों (कांग्रेस) ने ओआरओपी के लिए 500 करोड़ का बजट आवंटित कर हमें भी गुमराह किया। पूरी गणना करने के बाद ओआरओपी का पूरा खर्च 12 हजार करोड़ था। हमने इस संबंध में सेना के अधिकारियों की मदद ली और सुनिश्चित किया कि उनके खाते में 10,004 करोड़ रुपये जमा किए जाएं। बाकी बची हुई राशि भी जल्द ही दे दी जाएगी।"

उन्होंने कहा, "जब हमने पद संभाला, सबसे पहला काम हमने इसे पता लगाने का किया कि रेलवे बजट में किए गए वादे के अनुसार कितने काम पूरे किए गए। संसद में बस कुछ तालियों के लिए कुछ लोग ऐसे वादे कर देते हैं, जो वो कभी पूरे नहीं कर पाते। हम गुमराह करने की इस संस्कृति के खिलाफ प्रतिबद्ध थे। हमने हर साल रेलवे बजट पेश किए जाने को समाप्त किया क्योंकि यह फर्जी वादे करने के लिए किया जाता था।"

मोदी ने कहा कि इससे पहले की सरकार द्वारा 1500 योजनाएं केवल कागजों पर थीं और उन्हें पूरा करने के लिए किसी भी तरह की योजना नहीं बनाई गई थी।

उन्होंने कहा, "यह समय 'संकल्प से सिद्धि' का है। हमें निश्चय ही अपने लक्ष्यों और 2022 तक इसे पूरा करने के लिए काम करना है, जब हम स्वतंत्रता के 75 वर्ष मना रहे होंगे।"


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