चीनी कलाकारों ने दिखाए हैरतअंगेज कारनामे
चीनी नववर्ष के उपलक्ष्य में शुक्रवार शाम को अगस्त क्रांति मार्ग स्थित एनसीयूआई ऑडिटोरियम मे सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया

नई दिल्ली। चीनी नववर्ष के उपलक्ष्य में शुक्रवार शाम को अगस्त क्रांति मार्ग स्थित एनसीयूआई ऑडिटोरियम मे सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। चीन राष्ट्रीय पर्यटन कार्यालय एवं भारत-चीन आर्थिक और सांस्कृतिक परिषद (आईसीईसी ) की ओर से आयोजित कार्यक्रम में चीनी कलाकारों ने हैरतअंगेज कारनामे दिखाए।
उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी शानदार प्रस्तुति दी। इस मौके पर चीनी दूतावास के सास्कृतिक सलाहकार झाग जियानक्सिन ने कहा कि चीन इस वर्ष नववर्ष को डॉग ईयर के रूप मे मनाएगा। दरअसल, चीन प्रत्येक वर्ष को अलग-अलग जानवरों के नाम पर मनाता है।
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मकसद चीनी सस्कृति को भारतीय दर्शकों के सामने पेश करना था। उन्होंने बताया कि लोक गीत, नृत्य और कलाबाजी का चीन मे लबा इतिहास है। भारत के आर्थिक और सास्कृतिक परिषद के महासचिव मोहम्मद साकिब ने कलाकारों का धन्यवाद देते हुए कहा कि आगामी वर्षों मे ऐसे सास्कृतिक कार्यक्रमों से दोनों देशों को एक-दूसरे के करीब लाया जाएगा। कलाकारों ने एक्रोबैटिक नृत्य, ब्लूमिंग जैस्मीनस, सोलो गीत स्नोफ्लेक को पेश किया।
उल्लेखनीय है कि चीनी नव वर्ष हर साल एक अलग तिथि को मनाया जाता है, जो आमतौर पर जनवरी या फरवरी में होता है। हर साल, चीनी नव वर्ष के इस अवसर को मनाने के लिए राजधानी में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम का लक्ष्य भारत में चीनी संस्कृति के एक अंश को पेश करना, और भारत और चीन के बीच ऐतिहासिक सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करना होता है। मालूम हो किलोक गीत, नृत्य और कलाबाजी का चीन में लंबा इतिहास है। विदेशों में भी चीन के लोक गीत, नृत्य और कलाबाजियों की अपनी एक अलग पहचान हैं। यहां पर भी कलाकारों के प्रदर्शन का मौजूद दर्शकों ने खूब लुत्फ उठाया।
2003 में किया गया था आईसीईसी का गठन
भारत चीन आर्थिक और सांस्कृतिक परिषद वर्ष 2003 में स्थापित एक स्वायत्त गैर-लाभप्रद संगठन है, जो दोनों देशों भारत और चीन के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ाने का काम करती है।
इस उद्देश्य के लिए, आईसीईसी भारत और चीन के बीच उद्योग और व्यापार पहलुओं पर नीति अनुसंधान करता है और भारत में व्यापार और निवेश सम्मेलन और क्षेत्र उन्मुख प्रतिनिधिमंडल की बैठकों को आयोजित करके दोनों देशों की सरकारों, व्यवसायों और नागरिक समाज के बीच बेहतर बातचीत और सहयोग के लिए मंच प्रदान करता है।


