टाइटलर की सीडी की एसआईटी जांच का भाजपा ने किया स्वागत
राजनाथ सिंह का 1984 सिख दंगे की जांच एसआईटी को सौंपने और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए टाइटलर के खिलाफ सीडी में बंद ताजे सबूत को एसआईटी को देने के लिए आभार जताया

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने शनिवार को दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (डीएसजीएमसी) द्वारा जगदीश टाइटलर के खिलाफ सीडी के रूप में दाखिल 'ताजा सबूत' की जांच न्यायमूर्ति एस.एन. ढींगरा की अध्यक्षता वाले विशेष जांच दल(एसआईटी) से कराने की गृह मंत्रालय की पहल का स्वागत किया है। भाजपा के सचिव आर. पी. सिंह और दिल्ली इकाई के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह का 1984 सिख दंगे की जांच एसआईटी को सौंपने और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए टाइटलर के खिलाफ सीडी में बंद ताजे सबूत को एसआईटी को देने के लिए आभार जताया।
भाजपा नेताओं ने यह टिप्पणी मंत्रालय की ओर से न्यायमूर्ति ढींगरा को लिखे पत्र के बाद किया। पत्र में कहा गया है कि मंत्रालय को डीएसजीएमसी से मामले के संबंध में सीडी के रूप में ताजा सबूत मिले हैं, जिसमें न्यूज 18 को दिया गया टाइटलर का पूरा साक्षात्कार और नानावटी आयोग की रपट सम्मिलित है।
शुक्रवार को, आर. पी. सिंह की अगुवाई में दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के सिख नेता के प्रतिनिधिमंडल गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिले थे और टाइटलर के खिलाफ तत्काल मुकदमा चलाने की मांग की थी।
भाजपा नेताओं की ओर से सौंपे गए ज्ञापन के अनुसार, पार्टी ने कहा, "टाइटलर को इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 1984 सिख दंगे में सैकड़ो सिखों की हत्या में संलिप्त होने की बात स्वीकारते हुए देखा व सुना जा सकता है। इसलिए टाइटलर की भूमिका की दोबारा जांच होनी चाहिए।"
गृह मंत्रालय ने यह कदम डीएसजीएमसी अध्यक्ष मंजीत सिंह जीके द्वारा वर्ष 2011 में किए गए स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो के जारी होने के बाद उठाया है, जिसमें टाइटलर कुछ लोगों से बात करते दिख रहे हैं।


