त्रिपुरा के ग्रामीण विकास मंत्री पर हमला, बाल-बाल बचे
त्रिपुरा में आदिवासियों के लिए पृथक राज्य की मांग कर रहे उग्रवादी संगठन आईपीएफटी के उग्रवादियों ने कल शाम ग्रामीण विकास मंत्री नरेश जमातिया और सीपीआई-एम के तीन अन्य नेताओं पर हमला कर दिया

अगरतला। त्रिपुरा में आदिवासियों के लिये पृथक राज्य की मांग कर रहे उग्रवादी संगठन इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ इंडिया (आईपीएफटी) के उग्रवादियों ने कल शाम ग्रामीण विकास मंत्री नरेश जमातिया और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई-एम) के तीन अन्य नेताओं पर हमला कर दिया जिसमें सभी बाल-बाल बच गये।
पुलिस ने बताया कि हमले में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के चार कार्यकर्ता गम्भीर रूप से घायल हो गये हैं जिन्हें अगरतला राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
पुलिस मामले की जांच कर रही है, फिलहाल किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है। श्री जमातिया ने कहा कि कल शाम माकपा ने छह सूत्री मांगों को लेकर एक रैली की थी।
इस दौरान कुछ अराजक तत्वों ने अंधेरे का फायदा उठाकर पार्टी कार्यकर्ताओं पर पत्थर मारने शुरू कर दिये और रैली पर धनुष-बाण, भालों तथा अन्य पारम्परिक हथियारों से हमला कर दिया।
मंत्री ने कहा कि सुरक्षाबलों और माकपा कार्यकर्ताओं के जवाबी हमले के बाद सभी हमलावर भाग गये।
हमलावरों को पकड़ने के लिये पुलिस ने आस-पास के क्षेत्रों में तुरंत खोजबीन शुरु कर दी लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तार नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि मौके पर त्रिपुरा स्टेट राइफल्स और अर्द्धसैनिक बल के जवानों की तैनाती के बावजूद हमारे स्थानीय नेता घायल हो गये और रैली में शामिल होने आये कार्यकर्ताओं ने हालांकि भागकर खुद को बचा लिया।
उन्होंने कहा कि यह हमला जरूर आईपीएफटी ने किया है क्योंकि यह संगठन पहले भी ऐसे हमले कर चुका है। यह हमला भी भाजपा की माकपा के खिलाफ एक साजिश है।
श्री जमातिया ने कहा कि राजनैतिक फायदा लेने के लिये ऐसे हमले करने वाले उग्रवादियों को रोकने के उनकी पार्टी एक अभियान शुरू करेगी।
माकपा के प्रदेश महासचिव बिजन धर ने घटना की निंदा करते हुए चेतावनी दी कि आईपीएफटी की ऐसी अलोकतांत्रिक हरकतों को अब और नहीं सहा जाएगा।
पार्टी ने सरकार से बार-बार हमला करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया है।


