Top
Begin typing your search above and press return to search.

क्यूआर कोड वाले पेपर टिकट से मिलेगा प्रवेश

 ग्रेटर नोएडा मेट्रो में सफर करने के लिए टोकन टिकट नहीं बल्कि क्यूआर (क्विक रेस्पॉन्स) कोड वाले पेपर टिकट से प्रवेश होगा

क्यूआर कोड वाले पेपर टिकट से मिलेगा प्रवेश
X

नोएडा। ग्रेटर नोएडा मेट्रो में सफर करने के लिए टोकन टिकट नहीं बल्कि क्यूआर (क्विक रेस्पॉन्स) कोड वाले पेपर टिकट से प्रवेश होगा। इस क्यूआर कोड को आप मोबाइल ऐप के जरिए भी बुक करा सकेंगे।

इस तरह क्यूआर कोड टिकट आपको ई-वॉलेट में आ जाएगा। इस क्यूआर कोड को स्मार्टफोन के जरिए मशीन पर स्कैन कर मेट्रो में सफर कर सकेंगे। एनएमआरसी ने क्यूआर बेस्ड सिस्टम पर काम को काफी हद तक पूरा कर लिया।

अप्रैल-मई में जब मुसाफिरों के लिए ग्रेटर नोएडा के 6 स्टेशन पर एक्वा लाइन मेट्रो का संचालन शुरू किया जाएगा तब क्यूआर सिस्टम से मेट्रो स्टेशन में प्रवेश व बाहर निकल सकेंगे। एनएमआरसी अधिकारियों ने बताया कि क्यूआर बेस्ड टिकट का दो बार ही इस्तेमाल किया जाएगा। जिन दो स्टेशन के बीच सफर करने के लिए क्यूआर टिकट बुक कराएंगे तो वह प्रवेश गेट पर स्कैन करने के बाद एग्जिट गेट पर स्कैन होते ही बेकार हो जाएगा। एक प्रकार से डीएमआरसी के टोकन कार्ड की तरह ही होगा मगर इसे मेट्रो स्टेशन से लेने के साथ मोबाइल ऐप से बुक कराने की सुविधा मिलेगी।

टोकन से सस्ता और कारगर

एनएमआरसी के अधिकारियों के मुताबिक डीएमआरसी में प्रयोग किया जाने वाले टोकन 8 रुपए से 10 रुपए तक का है। एक बार टोकन खोना काफी महंगा होता है। इस खर्चे से बचने के लिए एनएमआरसी क्यूआर कोड वाले टिकट का प्रयोग करेगी। हालांकि इससे दिल्ली जाने वाले मुसाफिरों को दिक्कत होगी। उनको दिल्ली या ब्लू लाइन के लिए आखिरी स्टेशन से टोकन ही लेना होगा। चूकी डीएमआरसी की मेट्रो में टोकन प्रणाली ही लागू है।

देश में कोच्चि मेट्रो में प्रयोग होता है क्यूआर टिकट

देश में अभी कोच्चि मेट्रो में क्यूआर टिकट का प्रयोग किया जा रहा है। इसके अलावा विदेशों में चलने वाली मेट्रो में इस तरह के काजग के टिकट दिए जाते है। ऐसे में नोएडा में दूसरी बार इस तरह का प्रयोग किया जाएगा। इसके बाद वन टाइम वन सिटी कॉर्ड शुरू किया जाएगा। जिसके लिए निविदा जारी की जा चुकी है।

इसी साल अप्रैल या मई से ग्रेटर नोएडा के 6 स्टेशनों के बीच एक्वा लाइन मेट्रो पब्लिक के लिए शुरू हो जाएगी। इसके लिए 15 जनवरी से ही ट्रायल शुरू किया जाना था मगर बिजली सप्लाई नहीं मिलने से फरवरी के पहले हफ्ते से शुरू होने की उम्मीद है। पहले फेज में नॉलेज पार्क-2, परी चौक, अल्फा-1, अल्फा-2, डेल्टा-1 और डिपो स्टेशन के बीच मेट्रो चलाने की तैयारी चल रही है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it