ईरान में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा में एक पुलिसकर्मी की मौत
ईरान के कई शहरों में जारी सरकार विरोधी प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए

लंदन। ईरान के कई शहरों में जारी सरकार विरोधी प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए। पुलिस के एक प्रवक्ता ने आज इस बात की जानकारी दी।
ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा में अब तक 13 लोगों की मौत हो गयी है। पुलिस के मुताबिक ईरान में लगातार पांच दिनों से चल रहे सरकार विरोधी प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में किसी पुलिस अधिकारी के मारे जाने की यह पहली घटना है।
#Tehran , Enghelab Square, 5th day of #IranProtest
— IRAN HRM (@IranHrm) January 1, 2018
Security forces rushing into the crowd with motorcycyles#يحدث_الان_في_ايران#Iran#تظاهرات_سراسرى #HumanRights #IranProtest2018 #IranProtesters pic.twitter.com/zlY8zswd5p
#IranProtests Protests- Fifth Day of People's Uprising Against the Regime, Shadegan, January 1, 2018 https://t.co/ImAJSSgwEC#تظاهرات_سراسرى pic.twitter.com/HuqitjHMIi
— Iran Focus (@Iran_Focus) January 1, 2018
#Iran #News: urgent No. 3. Uprising: video clips showing nationwide protest rallies and clashes across different cities, taken by reporters of the #MEK in Iran #FreeIran #Iranprotests #RegimeChange #No2Rouhan pic.twitter.com/m6mteQN1qF
— IranNewsUpdate (@IranNewsUpdate1) January 1, 2018
ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल ने पुलिस प्रवक्ता सईद मोंटाजेर अल-मेहंदी के हवाले से इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि नजफ अबाद शहर में प्रदर्शन के दौरान एक प्रदर्शनकारी ने पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाईं जिसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गयी जबकि तीन अन्य घायल हो गए। यह घटना कब हुई इस बारे में विस्तृत जानकारी अभी तक नहीं मिली है।
इससे पहले कल राष्ट्रपति हसन रूहानी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी। ईरान में आवश्यक वस्तुओं की बढ़ी हुई कीमतों और कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ पिछले पांच दिनों से हो रहे सरकार विरोधी प्रदर्शन पर पहली बार सार्वजनिक रूप से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री रूहानी ने अपनी कैबिनेट से कहा कि ईरानी लोगों को सरकार की आलोचना और उसके खिलाफ प्रदर्शन करने का पूरा अधिकार है लेकिन यह शांतिपूर्ण होना चाहिए।
गौरतलब है कि 2009 में विवादित चुनावों के विरोध में प्रदर्शनों के बाद यह पहली बार है जब लोगों ने इतनी बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरकर अपना गुस्सा जताया है।
Protesters in Iran chant: "Reformists, hardliners, your time is up."
— Armin Navabi (@ArminNavabi) January 2, 2018
Many Iranians see the reformists in the same camp as the hardliners. They believe reformists gave them false hope with promises of reform to keep them quiet.#IranProtests pic.twitter.com/I1iPUBxlpo


