बस्तर के 400 मंदिरों का जल्द होगा जीर्णोद्धार : रमन सिंह
छत्तीसगढ़ में बस्तर क्षेत्र के ऐतिहासिक महत्व के लगभग 400 देवगुड़ियों (मंदिरों) का जीर्णोद्धार जल्द होने वाला है

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में बस्तर क्षेत्र के ऐतिहासिक महत्व के लगभग 400 देवगुड़ियों (मंदिरों) का जीर्णोद्धार जल्द होने वाला है। शनिवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक में यह निर्णय लिया है। निर्णय के साथ-साथ देवगुड़ियों में जल्द से जल्द काम शुरू करने के भी निर्देश दिए हैं।
दरअसल, 2015-16 में बस्तर के महाराजा और युवा आयोग के अध्यक्ष कमल चंद्र भंजदेव ने अबुझमाड़ इलाके के पुजारियों की मांग पर मुख्यमंत्री के समक्ष देवगुड़ियों के जीर्णोद्धार और नए मंदिर बनाने की मांग रखी थी। उसी के तहत मुख्यमंत्री ने बस्तर के अदिवासियों की आस्था को देखते लगभग 250 नए मंदिरों और इसी के बराबर अन्य मंदिरों के जीर्णोद्धार की अनुमति पारित की है। प्रत्येक मंदिरों के निर्माण जीर्णोद्धार के लिए एक-एक लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।
वर्ष 2015-2016 में बस्तर दशहरे के दौरान मुख्यमंत्री बस्तर आए थे। राजमहल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बस्तर के महाराजा कमलचंद्र भंजदेव ने देवगुड़ियों की खस्ता हाल एवं जीर्णशीर्ण पड़ी देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को देखते हुए उन्हें संरक्षित करने की मांग रखी थी।
हाल ही में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने मंदिरों के लिए प्रस्ताव महाराजा कमलचन्द्र भजंदेव से मंगाया था, जिसे संज्ञान में लेते हुए शनिवार को मुख्यमंत्री रमन सिंह ने बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने बस्तर के करीब 400 मंदिरों के निर्माण (नए) व जीणोर्धार की अनुमति दी है।


