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राशन वितरण में अनियमितता, आक्रोश

मरवाही के ग्राम पथर्रा एवं कोलबिरा के ग्रामीणों ने यहां राशन दुकान का संचालन करने वाली रानी दुर्गावती महिला स्व सहायता समूह के खिलाफ ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित होने के बावजूद अभी तक राशन दुकान

राशन वितरण में अनियमितता, आक्रोश
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पेण्ड्रा। मरवाही के ग्राम पथर्रा एवं कोलबिरा के ग्रामीणों ने यहां राशन दुकान का संचालन करने वाली रानी दुर्गावती महिला स्व सहायता समूह के खिलाफ ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित होने के बावजूद अभी तक राशन दुकान का संचालन निरस्त नही किये जाने से ग्रामीणों में जमकर आक्रोश है।

ग्रामीणों ने शिकायत की थी कि अगस्त माह में समूह द्वारा चना वितरण नही किये जाने के बावजूद भी हितग्राहियों के राशन कार्ड में चना वितरण बता दिया गया था तथा अक्टूबर माह का चना चोरी होना बता दिया गया। इस मामले में राशन दुकान संचालन करने वाली समूह को एसडीएम ने नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। अक्टूबर महीने का चना वाकई में चोरी हुआ या यह मनगढ़ंत कहानी है इस पर पुलिस द्वारा जांच होना बाकी है।

उल्लेखनीय है कि मरवाही विकासखण्ड के ग्राम पंचायत पथर्रा में आयोजित ग्राम सभा की बैठक में ग्राम पथर्रा एवं कोलबिरा के ग्रामीणों ने यहां राशन दुकान का संचालन करने वाली रानी दुर्गावती महिला स्व सहायता समूह के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया था। ग्राम सभा ने समूह के हाथ से राशन दुकान न चलाकर शासकीय संचालन किये जाने की मांग की थी। ग्राम सभा ने पाया है कि राशन दुकान चलाने वाली स्व सहायता समूह ने अगस्त में चना वितरण नही करने के बावजूद हितग्राहियों के राशन कार्ड में चना वितरण करना बता दिया और माह अक्टूबर का चना चोरी होना बताकर ग्रामीणों को उनके हक से बंचित कर दिया।

ग्राम की सरपंच कबूतरीबाई सहित दोनो गावों के ग्रामीणों ने कलेक्टर, एसडीएम पुलिस चौकी कोटमीकला खाद्य निरीक्षक मरवाही सहित खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री छत्तीसगढ शासन पुन्नुलाल मोहले को षिकायत की थी जिसके बाद कलेक्टर बिलासपुर पी दयानंद के निर्देष पर एसडीएम नूतन कंवर ने फूड इंस्पेक्टर मनोज बघेल को ग्राम पथर्रा भेजकर मामले के जांच करने के निर्देष देते हुए प्रतिवेदन मांगा था जिसके बाद मरवाही फूड इंस्पेक्टर मनोज बघेल ग्राम पथर्रा गए थे परंतु ग्रामीणों का कहना है कि फूड इंस्पेक्टर द्वारा गांव में ठीक से जांच नही की गई।

हालांकि जानकारी मिली है कि इस मामले में फूड इंस्पेक्टर के प्रतिवेदन पर एसडीएम द्वारा राशन दुकान का संचालन करने वाली समूह को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। अक्टूबर महीने का चना वाकई में चोरी हुआ या यह मनगढ़ंत कहानी है इस पर पुलिस द्वारा जांच होना बाकी है। इधर राशन दुकान संचालन करने वा समूह पर अभी तक कोई कार्यवाही नही होने के कारण ग्रामीणों में आक्रोश है।
मरवाही विकासखण्ड के ग्राम पथर्रा एवं कोलबिरा में अक्टूबर माह का चना चोरी हो जाने के मामले की गुत्थी सुलझती नही दिखाई दे रही है।
गर्माता जा रहा है। यहां के ग्रामीण लम्बे समय से खाद्य विभाग एवं प्रशासन को शिकायत करते रहे है कि इन दोनो गावों में उचित मूल्य का सरकारी राशन दुकान का संचालन करने वाली रानी दुर्गावती स्व सहायता समूह के द्वारा ग्रामीणों को वितरण किये जाने वाले राषन में अनियमितता की जा रही है तथा दुकान संचालक द्वारा भोले भाले हितग्राही एवं अनपढ महिलाओं के राषन कार्ड में फर्जी तौर पर वितरण दर्शा दिया रहा है। इसका खुलासा तब हुआ जब दुकान संचालक द्वारा यह कहा गया कि बीते अगस्त माह में सरकार की ओर से चना नही भेजा गया परंतु हितग्राहियों के राशन कार्ड में चना वितरण दर्षा दिया गया।

इसी तरह जब चालू माग अक्टूबर में ग्रामीण अपना राषन लेने राषन दुकान गए तो उन्हे बाकी सामग्री तो प्रदान की गई परंतु चना यह कहकर नही दिया गया कि राषन दुकान से चना चोरी हो गया है। स्व सहायता समूह के लगातार इस तरह की अनियमितता से त्रस्त आकर ग्रामीणों ने सरपंच कबूतरीबाई सहित पंचो सहित लामबंद होते हुए पूरे मामले की षिकायत जिला कलेक्टर बिलासपुर पी.दयानंद, एसडीएम नूतन कंवर, पुलिस चौकी कोटमी, तहसीलदार मरवाही, खाद्य निरीक्षक मरवाही सहित खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री छत्तीसगढ षासन पुन्नुलाल मोहले को की तथा एक विषेश ग्राम सभा का आयोजन ग्राम पथर्रा में सरपंच कबूतरीबाई की उपस्थिति में एवं वरिश्ठ ग्रामीण चैतू सिंह मराबी की अध्यक्षता में करते हुए राषन दुकान के संचालन में अनियमितता से पीडित ग्रामीणों के षिकायत के आधार पर चर्चाकर कहा गया कि माह अक्टूबर में जब चने की चोरी बता रहे है तो उसी राषन दुकान से वितरण की जाने वाली बाकी समग्री की चोरी कैसे नही हुई तथा सूचना के अधिकार से जानकारी मिली है कि रानी दुर्गावती स्व सहायता समूह के द्वारा अगस्त माह में भी चने का उठाव किया गया था परंतु वितरण नही किया गया और फर्जी तौर पर हितग्राहियों के कार्ड पर वितरण चढा दिया गया तथा कार्डधारी हिग्राहियों से अभद्र व्यवहार की षिकायत आम है ऐसे में ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित किया है कि ग्राम पंचायत पथर्रा में राषन दुकान का संचालन रानी दुर्गावती महिला स्व सहायता समूह से वापस लेकर इसका षासकीय तौर पर संचालन किया जाये। इस मामले में ग्राम सभा की ओर से षासन प्रषासन को दस्तावेजो की एक फेहरिस्त सौंपी थी जिसमें ग्रामीणों के हस्ताक्षर है।

जिन हितग्राहियों के साथ फर्जीवाडा किया गया उनके नाम क्रमष: नील कुंवर, षांतिबाई, सुषीला बाई, बिरसियाबाई, हेमलता गोंड, धन्नीबाई, समुंद कुंवर, कलावती पनिका, जुगमती, अनिताबाई अहीर, रामवती अहीर, नोहर सिंह गोंड, बुधकुंवर, रामकुंवर, यषोदाबाई पनिका, ष्याम कुंवर, करमतियाबाई गोंड, सुमित्रा गोंड, भागमती गोंड, उर्मिला गोंड इत्यादि है।


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